Home Rajasthan Dholpur जीजा और साली को उम्रकैद, पढें दोनों के जुर्म की दास्तान

जीजा और साली को उम्रकैद, पढें दोनों के जुर्म की दास्तान

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जीजा और साली को उम्रकैद, पढें दोनों के जुर्म की दास्तान

sonica murder case dholpur

धौलपुर। जनपद के चर्चित सोनिका हत्यांकाड में अदालत ने हत्या के दोषी पति और बहन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

वर्ष 2014 में हुए इस हत्याकांड में कलियुगी रिश्तों को तार-तार करते हुए सोनिका के पति तथा उसकी सगी बहिन ने सोनिका की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। जीजा और साली के बीच प्रेम प्रसंग के चलते दोनों ने सोनिका को रास्ते से हटाने के लिए मौत के घाट उतार दिया।

अदालत ने दोनों अभियुक्तों को पांच-पांच हजार रुपए के अर्थदंड से भी दंडित किया है। अपर लोक अभियोजक बीएस नारोलिया ने बताया कि 11 जुलाई 2014 को आगरा निवासी सोनिका को उसका पति तरुण वर्मा तथा बहिन कविता अपने साथ कार से धौलपुर लेकर आए थे।

धौलपुर के रीको औद्योगिक क्षेत्र में सुनसान स्थान पर मौका पाकर तरुण तथा कविता ने चाकू मारकर सोनिका को मौत के घाट उतार दिया।

नारोलिया ने बताया कि तरुण और कविता के बीच में प्रेम प्रसंग चल रहा था तथा उन्होंने सोनिका को अपने रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची थी।

दोनों ने बडे ही सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम देने के लिए आगरा के ही एक माल से एक चाकू भी खरीदा था। इस संबंध में निहालगंज थाना पुलिस ने अनुसंधान के बाद में तरुण और कविता को गिरफ्तार कर अदालत में चालान पेश कर दिया।

जिला एवं सैशन न्यायाधीश सूर्यप्रकाश कांकडा ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सोनिका के पति तरुण वर्मा तथा सोनिका की बहिन कविता को सोनिका की हत्या का दोषी माना।

सोनिका के पिता चेतन प्रकाश ने अपनी पुत्री कविता को बचाने के लिए तरुण पर दहेज हत्या के आरोप लगाते हुए निहालगंज थाने में मामला दर्ज कराया था।

वहीं, तरुण वर्मा ने भी सोनिका की मौत को लूट का रंग देने की कोशिश की। लेकिन पुलिस के अनुसंधान के बाद में अदालत ने तरुण और कविता को सोनिका की हत्या का दोषी माना।

प्राथमिकी में कहा गया कि विवाह के बाद से ही तरुण वर्मा सोनिका को दहेज के लिए तंग परेशान करता था तथा वह दहेज में पांच लाख रुपए मांग रहा था। दहेज नहीं मिलने से खफा तरुण वर्मा सोनिका को धौलपुर लाया तथा चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी।

उधर,पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में तरुण वर्मा ने बताया था कि वह अपनी पत्नी सोनिका तथा साली कविता के साथ में धौलपुर आया था। उन्हें औडेला रोड स्थित एक बीएड कालेज में कविता की काउसलिंग करानी थी।

धौलपुर आते समय वे रास्ता भूल गए तथा रीको क्षेत्र जा पहुंचे। यहां पर रास्ता पूछते समय तीन व्यक्ति आए तथा उन्होंने सोनिका की सोने की चैन छीनने की कोशिश की। सोनिका द्वारा प्रतिरोध करने पर उन्होंने सोनिका पर चाकुओं से कई वार किए।

बदमाशों से बचने के लिए उसने कार को भगाया, जिससे वह अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दुर्घटना में कविता गंभीर रूप से घायल हुई, जबकि चाकू लगने से सोनिका की मौत हो गई।