Home India City News श्रीनगर में बकरीद पर पाकिस्तानी झंडा लहराने को लेकर बवाल

श्रीनगर में बकरीद पर पाकिस्तानी झंडा लहराने को लेकर बवाल

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श्रीनगर में बकरीद पर पाकिस्तानी झंडा लहराने को लेकर बवाल
tension storm in srinagar over Pakistani flag flying on Bakra Eid
tension storm in srinagar over Pakistani flag flying on Bakra Eid
tension storm in srinagar over Pakistani flag flying on Bakra Eid

श्रीनगर। पूरे जम्मू-कश्मीर में ईद-उल-जुहा हर्षोल्लास से मनाई गई और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाजें अदा की। हालांकि, घाटी के कुछ हिस्सों में झड़पें हुई जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए।

अपने पसंदीदा पोशाक पहनकर सभी आयु वर्ग के मुस्लिम पुरुषों एवं महिलाओं ने नमाज अदा करने के लिए सुबह के वक्त ईदगाह का रख किया।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला सहित हजारों श्रद्धालुओं ने यहां सोनावर में सैयद याकूब शाह की मजार पर नमाज अदा की।

नमाज अदा करने के लिए सबसे ज्यादा लोग पुराने शहर में इकट्ठा हुए। इसके बाद लोगों की सबसे ज्यादा संख्या मशहूर डल झील के किनारे हजरतबल मजार पर थी। कश्मीर घाटी के सभी जिलों से इसी तरह लोगों ने इकट्ठा होकर नमाज अदा की।

नमाज के बाद हजारों भेड़-बकरों की कुर्बानी दी गई। इसके बाद रिश्तेदारों, पड़ोसियों और गरीबों के बीच मांस बांटा गया। बच्चे काफी खुश थे क्योंकि उन्हें बड़े-बुजुर्गों ने ईदी दी। नमाज के बाद वे बागों और मैदानों में जाकर खेलने लगे। वे आतिशबाजी भी कर रहे थे।

जम्मू क्षेत्र में भी हर्षोल्लास से ईद मनाई गई। अन्य समुदायों के लोगों ने इस मौके पर मुस्लिमों को मुबारकबाद दी। मुस्लिमों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी। इस बीच कश्मीर के कुछ हिस्सों में पथराव कर रही भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई जिसमें दो पत्रकार सहित तीन लोग जख्मी हो गए। वहीं, अधिकारियों ने अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक सहित कई अन्य को नजरबंद कर दिया।

श्रीनगर, अनंतनाग और बारामुला जिलों के कुछ इलाकों से भी झड़पों की खबरें आई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ईदगाह, राजौरी कदल और पुराने श्रीनगर शहर के कुछ अन्य इलाकों और अनंतनाग जिले के कुछ स्थानों से झड़पों की सूचना मिली है।

अधिकारी ने कहा कि ईद की नमाजों के बाद भीड़ ने श्रीनगर के कई इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि पुराने श्रीनगर के कुछ इलाकों में कुछ युवाओं ने पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन अल-जेहाद के झंडे भी लहराए।

अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि ईदगाह में हुई झड़प में दो पत्रकार जख्मी हो गए। अनंतनाग और बारामुला से भी ऐसी झड़पों की खबरें आई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बारामुला के सोपोर में झड़प के दौरान आंसू गैस के एक गोले के कारण एक बच्चे का पांव जख्मी हो गया।

बच्चे की हालत स्थिर है। सुबह से शनिवार रात तक के लिए इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गई हैं, क्योंकि अधिकारियों को अंदेशा था कि गोमांस पर पाबंदी के मुद्दे पर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।

इससे ऐसे लोगों को मुश्किलें हुई जो देश-विदेश के अन्य हिस्सों में मौजूद अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को ईद की मुबारकबाद देना चाहते थे। अधिकारियों ने हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के नेताओं सहित ज्यादातर अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया। पुलिस ने बताया कि गिलानी, फारूक, यासीन मलिक, शब्बीर शाह और कई अन्य अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किया गया। कानून-व्यवस्था के हालात बिगडऩे की आशंका के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई।

कुछ अलगाववादी समूहों ने कहा था कि वे अदालत के आदेश को नहीं मानेंगे। गिलानी ने गायों से भावनात्मक तौर पर जुड़े हिंदुओं की तरफ इशारा करते हुए अपील की थी किसी समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं करनी चाहिए। कट्टरपंथी अलगाववादी नेता ने कहा था कि ईद-उल-जुहा के मौके पर जब हम पशुओं की कुर्बानी दे रहें होंगे तो यह किसी समुदाय विशेष को आहत करने के लिए नहीं किया जा रहा होगा।

यह हमारी धार्मिक जिम्मेदारी है जो काफी पहले से चलन में है और हम इस रिवाज को भविष्य में भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि इस गरिमामयी धार्मिक दायित्व को लेकर हमें एक गरिमापूर्ण रख अपनाना चाहिए। इन कुर्बानियों का मकसद जानबूझकर किसी समुदाय की भावनाएं आहत करना नहीं होना चाहिए। गिलानी ने कहा था कि राज्य में किसी भी कीमत पर सांप्रदायिक भाईचारे को बनाए रखना चाहिए।