Home UP Allahabad आकर्षण का केन्द्र बने भारत का तिरंगा लेकर जाते कांवरिये

आकर्षण का केन्द्र बने भारत का तिरंगा लेकर जाते कांवरिये

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आकर्षण का केन्द्र बने भारत का तिरंगा लेकर जाते कांवरिये
tricolour joins saffron : nationalist fervour comes to Kanwar yatra
tricolour joins saffron : nationalist fervour comes to Kanwar yatra
tricolour joins saffron : nationalist fervour comes to Kanwar yatra

इलाहाबाद। श्रावण मास में चलने वाले भगवान शिव को जलाभिषेक के साथ भारत के मान-सम्मान तिरंगा को लेकर दशास्वमेध घाट दारागंज से भगवान शिव को जलाभिषेक के लिए वाराणसी पैदल यात्रा जाते कांवरियों का उत्साह देखते ही बनता था।

झूंसी पुल से गुजरते कांवडयात्रियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड पडा।आने-जाने वाले भी अपने आप को नहीं रोक सके और रूक कर जा रहे कांवरियों के जत्थे का नजारा देखने के लिए कई घन्टों सड़को पर जाम लगाए रहे।

वहीं जब कवारियों का जत्था अपने भगवान शिव के धाम के लिए आगे बढ़ रहा था तो चिलचिलाती धूप से बेहाल हो रहे कांवरियों पर भगवान इन्द्र देव ने जब हल्की बारिश की फुहार चलाई।

आगे बढ़ रहे कांवरियों का उत्साह देख रहे लोगों के मन में विचार आया कि काश हम भी भगवान शिव को जलाभिषेक के लिए ऐसे ही भगवान शिव के भक्तों के साथ वाराणसी जाकर अपने इष्टदेव भगवान शिव को हम भी जलाभिषेक करें।

जब कांवरियों का जत्था हो रही बारिश से भीगते हुए आगे बढ़ा तो उनके मुख से एक साथ एक ही अवाज निकली वो थी, ‘बोल बम‘।

इस अवसर पर कांवरियों ने कहा कि जो आज हमारे देश की स्थिति है हम उससे परिचित हैं, लोगों में आज जो भेदभाव की भावना है वह खत्म होकर पूरा भारत एक होकर चले तो आज भी हम विश्व में नम्बर एक पर रहे।

मगर जो आज की पीढ़ी है वह नशे की लत में कुछ ऐसे फंस गई है कि उससे वो निकल नहीं पा रही है। आतंकवाद और कुछ ऐसी अपराधिक घटनाएं जो आज हमारे देश में घट रही है, उसके बारे में कभी-कभी सोचता हू तो मन भर आता है कि एक समय था कि हमारा देश सोने की चिड़िया के नाम से भी जाना जाता था आज किस दिशा की ओर जा रहा है।