इंदौर। कहने को तो प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल एमवायएच के कायाकल्प में करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए हैं, लेकिन यहां की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। यही कारण है कि यहां लापरवाही का आलम आए दिन देखने को मिलता है।
बीती रात भी एक महिला जब प्रसूति के लिए आटो रिक्शा में पहुंची, तो डॉक्टर नहीं पहुंचे। आखिरकार काफी देर तक इंतजार करती रही महिला की आटो रिक्शा में ही प्रसूति हो गई।
दरअसल, गौरी नगर में रहने वाली अम्बा नामक महिला उसकी रिश्तेदार ज्योति शुक्ला व ममता प्रसूति के लिए रात लगभग 9 बजे एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची थी। अम्बा रिक्शा में ही बैठी रही और दोनों डॉक्टरों को बुलाने गई।
बताया जाता है कि कई बार कहने के बाद डॉक्टर अम्बा को देखने नहीं पहुंचे। इस दौरान करीब डेढ़ घंटा बीत गया और अम्बा ने रिक्शा में बच्चे को जन्म दिया। आटो रिक्शा प्रसूति होने की खबर से वहां हड़कम्प मच गया।
इस पर महिला डॉक्टर व अन्य लोग वहां पहुंचे। तब कहीं जाकर अम्बा व उसके नवजात शिशु को अस्तपाल में भर्ती किया गया। यह पहला मामला नहीं था, जब अस्पताल के परिसर में किसी महिला की प्रसूति हुई हो।
इसके पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते।
इलाज में देरी पर अस्पताल में मचाया हंगामा, एक गिरफ्तार
एक मरीज को उसके परिजन उपचार के लिए मंगलवार देर रात एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां समय पर मरीज का उपचार शुरू नहीं किए जाने के चलते उन्होंने हंगामा मचा दिया और स्टाफ के कर्मचारियों के साथ हाथापाई भी की। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने एक युवक को पकड़कर संयोगितागंज पुलिस के हवाले किया।
जानकारी के अनुसार श्रीकृष्ण एवेन्यू लिंबोदी निवासी नरेश पिता खेमचंद की तबियत खराब होने के चलते मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे परिजन और आसपास के लोग उपचार के लिए एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे।
बताया जाता है कि इस दौरान कैज्युल्टी में सडक़ हादसे में घायल होकर आए लोगों का उपचार चल रहा था। यहां पर मौजूद डॉक्टरों व स्टाफ ने नरेश के परिजनों को कुछ देर रूकने के लिए कहा तो उनके साथ आया राजेश नाम युवक भडक़ गया और हंगामा करने लगा।
इस दौरान उन्होंने उसे समझाने का प्रयास किया तो वह गाली-गालौज करते हुए हाथापाई पर उतर आया। यह देख यहां पर तैनात गार्ड ने पहले तो उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं माना तो पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही चौकी पर तैनात जवान यहां पहुंचे और राजेश को पकडक़र संयोगितागंज थाने पहुंचाया। जहां अस्पताल के एक मेल नर्स की शिकायत पर पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में राजेश पिता तोताराम के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।