अजमेर। राजस्थान में अजमेर के महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के आस्ताना शरीफ में प्रस्तावित सीसीटीवी कैमरे लगाने का विरोध शुरु हो गया है।
दरगाह सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि दरगाह की सुरक्षा सहित भीड़ नियंत्रण और अन्य इंतजामों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दरगाह कमेटी को निर्देश दिए गए थे। दरगाह के आस्ताना शरीफ में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के प्रस्ताव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी।
बैठक की अध्यक्षता दरगाह नाजिम एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सेवानिवृत्त उप महानिरीक्षक मोहम्मद बिलाल खान ने बैठक में मौजूद खादिम समुदाय प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को सरकार के प्रस्ताव की जानकारी दी।
इस मौके पर मौजूद सज्जादानशीन (दीवान) ख्वाजा साहब के ज्येष्ठ पुत्र सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने प्रस्ताव का समर्थन किया तो वहीं खादिमों की दोनों अंजुमन संस्थाओं ने इस पर विरोध दर्ज करवाया।
अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद गुलाम किबरिया चिश्ती, नायब सदर हाजी सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती सहित अन्य सदस्य गण मौजूद रहे तो वही अंजुमन यादगार से सचिव एडवोकेट इजहार चिश्ती और सदस्य शेखजादा फहीम चिश्ती भी मौजूद रहे।
बैठक में सीएस भंडारी (अतिरिक्त कलक्टर) और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ (शहर) भी मौजूद रहे। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए दरगाह नाजिम बिलाल खान ने बताया कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार के निर्देशों के क्रम में अस्थान शरीफ की सुरक्षा, निगरानी ओर भीड़ नियंत्रण की दृष्टि से वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना प्रस्तावित है। इसी मुद्दे पर मंगलवार को बैठक बुलाई गई थी। बैठक के निर्णय और कार्रवाई की जानकारी से सरकार को अवगत करवा दिया जाएगा।