जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशन में प्रदेश में स्थापित दवा कम्पनी राजस्थान ड्रग एण्ड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड (आरडीपीएल) को जल्द ही पुनर्जीवित किया जाएगा।
इसके लिए राज्य सरकार ने बजट में घोषणा की थी, जिस पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। इसी कड़ी में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉपोरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने राजस्थान ड्रग एण्ड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड का निरीक्षण किया। निरीक्षण में आरडीपीएल के विशेषाधिकारी एवं निगम के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
प्रबंध निदेशक ने आरडीपीएल के उत्पादन क्षेत्र, गुणवत्ता नियंत्रण, भण्डारण व्यवस्था एवं मुख्य भवन तथा परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि आरडीपीएल औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित है, जिसके अधीन लगभग 10 एकड़ जमीन है।
गिरि ने आरडीपीएल परिसर में स्थापित मशीनों एवं अन्य उपकरणों का निरीक्षण करने के साथ ही इनकी क्रियाशीलता की स्थिति देखी। उन्होंने आरडीपीएल के भवन, उपकरण, समस्त देनदारियां आदि की सूचना उपलब्ध करवाने के लिए आरडीपीएल प्रतिनिधि को निर्देश दिए। उन्होंने आरडीपीएल से संबंधित न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों की भी जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
प्रबंध निदेशक ने वर्ष 2016 में आरडीपीएल में हुई आगजनी की घटना के आकलन की रिपार्ट भी भिजवाने के निर्देश दिए। साथ ही निदेशक मण्डल के सदस्यों, वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों, वित्तीय प्रावधानों तथा समस्त देनदारियों की संकलित सूचना तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आरडीपीएल परिसर में जल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, बायोमेडिकल वेस्ट तथा भण्डारण हेतु चिन्हित स्थानों का निरीक्षण भी किया।