गहलोत के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार के पिछले पांच वर्ष भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए : मदन दिलावर

जयपुर। राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामले सामने आने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के पिछले पांच वर्ष भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए।

दिलावर ने मंगलवार को कहा कि बारां जिले के उप चुनाव में भी अशोक गहलोत के नेतृत्व में भ्रष्टाचारी चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं। हमारी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों को कड़ी सजा देगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सिरोही जिले में वर्ष 2019 से जनवरी 2024 के बीच दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनाने में भारी अनियमितता और गड़बड़ी की शिकायतें मिली थीं, जिस पर राज्य सरकार ने एक जांच समिति गठित की।

समिति की जांच में सामने आया कि उस अवधि के दौरान जिले के तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यकाल में कुल सात हजार से अधिक दिव्यांग प्रमाण-पत्र जारी किए गए। इनमें से पांच हजार से अधिक प्रमाण-पत्र फर्जी पाए गए। विशेष अभियान समूह (एसओजी) को इस संबंध में जानकारी दे दी गई है और इसमें लिप्त दोषियों को सजा दी जाएगी।

दिलावर ने कहा कि इसी प्रकार भ्रष्टाचार का एक दूसरा ज्वलन्त उदाहरण हमें राजधानी जयपुर में देखने को मिला, जहां सरकार की नाक के नीचे राजकॉम्प के तत्कालीन उपनिदेशक ने निजी कम्पनी के माध्यम से अपनी पत्नी को राजकॉम्प में फर्जी नियुक्ति दिलाकर वर्षों तक लाखों रुपए वेतन के रूप में उठाए।

वर्ष 2019 से शुरू हुआ यह सिलसिला वर्षों तक चलता रहा और कांग्रेस सरकार को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज हुई है। हमारी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी दोषी कार्मिक को नहीं बख्शेगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति के तहत कार्य कर रही है और कार्यकाल के आरंभ से ही लगातार भ्रष्टाचारियों को पकड़कर जेल भेजा जा रहा है। जनता को लूटने वाले एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं बख्शा जाएगा।