श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले में हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (एचपी) द्वारा उत्पादित एलपीजी गैस सिलेंडरों की आपूर्ति में भारी कमी आ गई है।
इस किल्लत के कारण आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ सरकारी विद्यालयों में मिड-डे मील कार्यक्रम चलाने वाले स्टाफ को भी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन बुकिंग के 15 दिनों बाद भी उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
जिले में एचपी गैस के वितरकों ने मंगलवार को बताया कि यह समस्या पंजाब के बठिंडा स्थित एचपी गैस रिफिलिंग संयंत्र में चल रही मरम्मत कार्यों के कारण उत्पन्न हुई है। यह मरम्मत कार्य पिछले तीन महीनों से जारी है, लेकिन पिछले एक-डेढ़ महीने में स्थिति और बिगड़ गई है।
पहले जहां जिले में रोजाना 14 ट्रक आते थे और प्रत्येक ट्रक में औसतन 400 सिलेंडर-की आपूर्ति होती थी, वहीं अब मात्र सात आठ ट्रक ही आ रहे हैं। इस कारण एक एजेंसी को दो-तीन दिनों में सिर्फ एक ट्रक ही उपलब्ध हो पाता है। नतीजतन सिलेंडर घरों में 15 दिनों में पहुंच रहे हैं।
शहर के जवाहरनगर इलाके में इंदिरा वाटिका के समीप स्थित राजश्री गैस एजेंसी के संचालक ने बताया कि पहले बुकिंग के कुछ घंटों में ही सिलेंडर उपलब्ध हो जाता था, लेकिन अब उपभोक्ताओं को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा-बठिंडा संयंत्र में मरम्मत कार्य के कारण आपूर्ति आधी रह गयी है।
शुरू में समस्या इतनी गंभीर नहीं थी, लेकिन अब ट्रकों की संख्या लगातार कम हो रही है। संचालक ने उम्मीद जतायी कि 15 दिसंबर के बाद स्थिति सामान्य हो सकती है, लेकिन तब तक उपभोक्ताओं को और परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
उधर, इस कमी का सबसे ज्यादा असर उन सरकारी विद्यालयों पर पड़ रहा है, जहां मिड-डे मील बनाने के लिए एचपी गैस कनेक्शन लिए गए हैं। इन विद्यालयों के स्टाफ सदस्य एजेंसियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें साफ-साफ जवाब मिल रहा है कि बुकिंग नंबर आने पर ही सिलेंडर मिलेगा, जो 15 दिनों बाद संभव है।
एक विद्यालय की अध्यापिकाओं ने बताया कि उनके विद्यालय में 200 से ज्यादा विद्यार्थी हैं, जिस कारण सिलेंडर की खपत अधिक है। इस समस्या से मिड-डे मील कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है।



