मुंबई। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना ने पलाश मुच्छल के साथ उनके रिश्ते को लेकर लगाये जा रहे कयासों को विराम देते हुए रविवार को कहा कि दोनों का रिश्ता खत्म हो चुका है। दोनों की शादी 23 नवंबर को होने वाली थी।
स्मृति ने इंस्टाग्राम पर जारी एक बयान में कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से मेरे जीवन के इर्द-गिर्द कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मेरा मानना है कि इस वक्त मेरा बोलना बहुत ज़रूरी है। मैं बेहद निजी जीवन जीने वाली इंसान हूं और इसे ऐसा ही रखना चाहूंगी, लेकिन मेरे लिए यह स्पष्ट करना ज़रूरी है कि मेरा विवाह रद्द हो गया है।
उन्होंने लोगों से उनकी निजता का सम्मान करने का अनुरोध करते हुए कहा कि मैं इस मामले को यहीं खत्म करना चाहूंगी और आप सबसे भी अनुरोध करूंगी कि ऐसा ही करें। मेरी गुज़ारिश है कि इस वक्त दोनों परिवारों की निजता का सम्मान करें और हमें अपनी रफ्तार पर चलने की आज़ादी दें। उन्होंने कहा कि उनका सारा ध्यान क्रिकेट पर और उच्चतम स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने पर है।
स्मृति ने कहा कि मेरा मानना है कि हम सभी एक बड़े मकसद के लिए जी रहे हैं। मेरे लिए वह हमेशा अपने देश का प्रतिनिधित्व करना रहा है। मुझे उम्मीद है कि मैं जितना हो सके भारत के लिये खेलती रहूंगी और ट्रॉफ़ी जीतती रहूंगी। उन्होंने अपने मैसेज को फैंस को उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद देते हुए खत्म किया और कहा कि अब आगे बढ़ने का समय है।
इस बीच, पलाश ने स्मृति के साथ रिश्ता टूटने की पुष्टि करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा कि अब उन्होंने आगे बढ़ने का फ़ैसला कर लिया है। उन्होंने अपने नाम से संबंधित अफवाहों पर कहा कि ये दावे बहुत दुख पहुंचाने वाले हैं और पूरी तरह से बेबुनियाद एवं मानहानिकारक हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी टीम गलत जानकारी साझा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह देखना बहुत मुश्किल रहा है कि लोग मेरे लिए सबसे पवित्र चीज़ के बारे में बिना किसी आधार वाली अफवाहों पर इतनी आसानी से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यह मेरी ज़िंदगी का सबसे मुश्किल दौर है, और मैं अपने विश्वास पर कायम रहते हुए इसे गरिमा के साथ संभालूंगा। मुझे सच में उम्मीद है कि हम एक समाज के तौर पर बिना पुष्टि की गई अफवाहों के आधार पर किसी के बारे में राय नहीं बनाएंगे। हमारे शब्द किसी को इस तरह से चोट पहुंचा सकते हैं जिसे हम शायद कभी समझ न पाएं।



