तमिलनाडु के करूर में अभिनेता विजय की रैली में 33 की मौत, 50 घायल

चेन्नई। अभिनेता से राजनेता बने और तमिल वेत्री कझगम (टीवीके) के संस्थापक विजय द्वारा करूर में शनिवार को आयोजित जनसंपर्क कार्यक्रम में मची भगदड़ में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोगों का इलाज चल रहा है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने शुरुआत में मृतकों की संख्या 29 बताई थी और 50 लोगों का करूर के सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

इस बीच, अस्पताल का दौरा करने और घायलों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मंत्री वी सेंथिलबालाजी ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की कि इस त्रासदी में 33 लोगों की मौत हो गई है और हताहतों की संख्या में और वृद्धि को रोकने के लिए सभी आपातकालीन उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि त्रिची जैसे पड़ोसी जिलों और सलेम एवं अन्य क्षेत्रों से भी अधिक संख्या में डॉक्टरों को बुलाया गया है और घायलों के इलाज के लिए करूर पहुंचने को कहा गया है।

रिपोर्टों के अनुसार जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ा, भीड़ में कई लोग बेहोश हो गए और उन्हें चक्कर आने और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत हुई। उन्हें करूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और पास के निजी अस्पतालों में ले जाया गया। मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल है और यह हादसा विजय के संक्षिप्त संबोधन के बाद कार्यक्रम स्थल से निकलने के तुरंत बाद हुआ।

मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है क्योंकि भारी संख्या में और अभूतपूर्व भीड़ थी, जो 13 सितंबर को त्रिच्योन में पहले चरण और 20 सितंबर को नागपट्टिनम में दूसरे चरण और उससे पहले नमक्कल जिले में हुई रैली में देखी गई भीड़ से कहीं अधिक थी। रैली में पड़ोसी जिलों सहित विभिन्न जिलों से हजारों लोग आए थे, जो मानवों की सुनामी जैसा था।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने करूर कलेक्टर से बात की और स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि करूर से आ रही खबरें चिंताजनक हैं और उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सेंथिलबालाजी और मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी को घायलों और अस्पतालों में भर्ती लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।

स्टालिन रविवार को स्थिति का जायजा लेने, घायलों से मिलने और मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए करूर जाएंगे। उन्होंने एडीजीपी कानून-व्यवस्था को सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए करूर पहुंचने का निर्देश दिया है। साथ ही पड़ोसी जिलों के कलेक्टरों को राहत कार्यों में सहायता के लिए करूर भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अस्पताल अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती सभी लोगों को सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने का भी निर्देश दिया है।

इस बीच सेंथिलबालाजी ने अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बाल रोग विशेषज्ञों सहित पर्याप्त डॉक्टर मौजूद हैं और सभी डॉक्टर ड्यूटी पर हैं। पड़ोसी जिलों से और डॉक्टर करूर पहुंच रहे हैं और दवाओं का पर्याप्त भंडार है और अधिक मौतें रोकने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं साथ ही निजी अस्पतालों, जहां कुछ लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया था, को उनसे कोई शुल्क नहीं लेने को कहा गया है।

इस बीच, पीएमके अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास ने इस त्रासदी पर दुख और चिंता व्यक्त की और घटना की उच्च स्तरीय जाँच की मांग की। यहां एक बयान में उन्होंने कहा कि इस त्रासदी को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता और भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस की ओर से हुई चूक को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के अलावा, राज्य सरकार को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारों को दस-दस लाख रुपए का मुआवज़ा देने की मांग की और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

को असंगत, अनुचित और अवसरवादी

तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के संस्थापक और अभिनेता से नेता बने विजय ने सत्तारूढ़ द्रमुक, भाजपा और अन्नाद्रमुक के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए भगवा पार्टी के साथ अन्नाद्रमुक के गठबंधन को असंगत, अनुचित और अवसरवादी करार देते हुए कहा है कि द्रमुक को वोट देना भाजपा को वोट देना है। तमिलनाडु में 7-8 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

विजय ने करूड़ में शनिवार को एक सभा को संबोधित करते हुए द्रमुक और भाजपा दोनों की आलोचना की, जो लोगों की जरूरतें पूरी करने में विफल रहे हैं। उन्होंने द्रमुक पर 2021 के चुनावी वादों को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए ‘फासीवादी’ भाजपा पर भी तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उसने तमिलनाडु को स्नातक मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा के दायरे से अलग नहीं किया है। इसकी वजह से राज्य में 20 से अधिक लोगों की जान चली गई है।

उन्होंने केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की भी आलोचना की जिसने राज्य को स्कूली शिक्षा के लिए एसएसए के तहत देय धनराशि जारी नहीं की है। विजय ने द्रमुक पर भाजपा के साथ गुप्त सौदेबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में द्रमुक को वोट देना भगवा पार्टी को वोट देना है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘फासीवादी’ भाजपा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी।

उन्होंने दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की विरासत को संभालने का दावा करने वालों को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्होंने जयललिता के आदर्शों और सिद्धांतों के विरुद्ध भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन किया है। उन्होंने अन्नाद्रमुक के भाजपा के साथ गठबंधन को असंगत, अनुचित और अवसरवादी बताया। उन्होंने कहा कि यही सवाल अन्नाद्रमुक के वफादार कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा पूछा जा रहा है।

विजय ने कुछ नागरिक और बुनियादी समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए इस अवसर का उपयोग हाल ही में हुए किडनी रैकेट का उल्लेख करने के लिए किया और आश्वासन दिया कि टीवीके के सत्ता में आने पर इस रैकेट में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने दोहराया कि 2026 के चुनावों में मुख्य मुकाबला केवल टीवीके और द्रमुक के बीच होगा।