पाली : राजस्थान का पहला अनूठा विद्यालय जहां नहीं ली जाएगी फीस

तखतगढ़(पाली)। कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मे अध्ययनरत 600 बालिकाओं से इस वर्ष किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। समस्त खर्च का वहन महाराष्ट्र के पुणे स्थित ऑरबिट कोटिंग प्राइवेट लिमिटेड के मालिक तखतगढ़ निवासी भामाशाह संदीप संघवी द्वारा किया जाएगा।

दरअसल, संदीप संघवी के परिवार ने ही राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तखतगढ़ का वर्तमान भवन 1959 में निर्माण करवा कर बालिका शिक्षा के उत्थान के लिए नगर को सुपुर्द किया था। इस बार ग्रीष्मावकाश के दौरान प्रधानाचार्य गजेन्द्र सिंह तंवर ने पुणे में भामाशाह से संपर्क कर विद्यालय की वर्तमान परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से अवगत करवाया।

संदीप संघवी को यह पता चला की विद्यालय में अध्ययनरत अधिकांश बालिकाएं उनकी सालाना स्कूल फीस भरने में भी असमर्थ रहती है तो उन्होंने अपनी उदारता का परिचय देते हुए यह घोषणा की कि इस वर्ष विद्यालय में अध्ययनरत समस्त बालिकाओं के विद्यालय शुल्क जिसमें राजकीय, छात्र निधि एवं विकास शुल्क भी शामिल है का वहन वे स्वयं करेंगे, जो संभावित रूप से लगभग 2 लाख 50 हजार रुपए के करीब रहेगा।

संदीप संघवी को यह अवगत करवाया गया कि इस स्कूल में कुल स्वीकृत 26 में से 13 पद रिक्त हैं तथा प्रतिवर्ष रिक्त शैक्षणिक पदों पर एसडीएमसी से प्रस्ताव लेकर मानदेय आधार पर योग्य अभ्यर्थियों से अध्यापन करवाया जाता है। जिसका मानदेय का भुगतान विद्यालय विकास कोष से किया जाता है तो भामाशाह ने यह भी घोषणा की कि इस वर्ष आपके विद्यालय में रिक्त शैक्षणिक पदों पर एसडीएमसी से प्रस्ताव लेकर अध्यापन हेतु जितने भी योग्य अभ्यर्थी लगाए जाएंगे। उन सभी के मानदेय के खर्च का वहन भी उनके द्वारा किया जाएगा।

अनुमानित रूप से 1 लाख 50 हजार से 2 लाख रुपयों के बीच रह सकता है। प्रधानाचार्य ने भामाशाह को 9 से 11 लाख रूपए की लागत वाले विद्यालय से संबंधित अनेक निर्माण कार्य एवं प्रोजेक्ट्स के बारे में भी अवगत करवाया। इस पर संदीप संघवी ने आश्वासन दिया की वे शीघ्र ही विद्यालय की आवश्यकताओं की प्राथमिकता के क्रम में इन प्रोजेक्ट्स पर भी कार्य प्रारंभ करेंगे। इस पर प्रधानाचार्य ने सम्पूर्ण नगर, विद्यालय परिवार एवं एसडीएमसी की ओर से भामाशाह का साधुवाद दिया।