महात्मा गांधी राम भक्त थे : डॉ. सतीश राय

अजमेर। राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक तथा इंडियन सोसायटी ऑफ गांधीयन स्टडी के अध्यक्ष डॉ. सतीश राय ने कहा है कि महात्मा गांधी रामभक्त थे, उन्होंने राम का अनुसरण किया, वे आजादी के महानायक थे, इतना ही नहीं सामान्य व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे।

डॉ. राय आज अजमेर के कायड़ में राजस्थान में नव सृजित शांति एवं अहिंसा विभाग के तत्वावधान में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति द्वारा जिला स्तरीय दो दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्ता के संधान का हथियार अहिंसा है और अहिंसा से व्यक्ति के मन, चित्त और आस्था को जीता जा सकता है। गांधी के दर्शन को महत्वपूर्ण बनाने वाला तत्व अहिंसा ही है।

उन्होंने कहा कि सत्य के संधान का हथियार अहिंसा है। इस अहिंसा से व्यक्ति के मन, चित्त और आस्था को जीता जा सकता है। अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले व्यक्तियों को अतिरिक्त तथा कठिन प्रशिक्षण की आवश्यकता रहती है। क्योंकि अहिंसा वीरोचित गुण है। गांधी के दर्शन को महत्वूपूर्ण बनाने वाला तत्व अहिंसा है। अहिंसा और सत्य के प्रति आग्रह रखना नैतिक मूल्य है। इनको अपनाने वाला सत्याग्रही सहनशील और धैर्यवान होता है।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देशवासियों में राजनैतिक चेतना जाग्रत की। इसी का परिणाम रहा कि उनके आह्वान पर पूरा देश सहभागी बना। आजादी के संघर्ष में आमजन को जोड़कर शक्तिशाली सत्ता को मजबूर किया। उनका विराट व्यक्तित्व आजादी के संघर्ष की समस्त धाराओं के संगम के रूप में सामने आया। वर्तमान समय में सत्य के स्थान पर मिथ्या तथ्यों को प्रचारित करने का फैशन बन गया है। झूठ को बोलने के साथ फोरवर्ड करना भी पाप है।

राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने प्रशिक्षण स्थल में लगाई गई फ्लेगशिप योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। गांधी दर्शन की प्रासंगिकता के बारे में प्रशिक्षणार्थियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन की प्रासंगिकता समय के साथ और बढ़ी है।महात्मा गांधी मानवता का अतीत नहीं होकर विश्व का भविष्य है। इसके माध्यम से विश्व की समस्त समस्याओं का समाधान किया जासकता है।

महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आमजन के जीवन में गुणात्मक बदलाव लाना है। सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं की नवीनतम जानकारी प्रदान की जा रही है। संभागीय प्रशिक्षण के उपरान्त गांवों में गांधी दर्शन के राजदूत की तरह कार्य करेंगे। विश्व में अमन, चैन और शांति स्थापन के लिए गांधी दर्शन ही एकमात्र रास्ता है।

उन्होंने कहा कि गांधी टोपी विश्वास का प्रतीक रही है। इसकी विश्वसनियता बनाए रखने के लिए सभी को प्रमाणिक होने की आवश्यकता है। प्रशिक्षणार्थी गांधी दर्शन के पेरोकार की तरह कार्य करें।सरकार द्वारा फ्लेगशिपयोजनाएं संचालित की जा रही है। इनका लाभ समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सभी अपना योगदान दें। महात्मा गांधी के अनुसार देश के मजदूर और किसान अर्थव्यवस्था की धुरी है।

संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने कहा कि आज के युग में महात्मा गांधी की अधिक प्रासंगिकता है। गांधी दर्शन को जीवन में उतारने का आरंभ परिवार से करना चाहिए। परिवार में सादगी होनी चाहिए। परिवार द्वारा मिल जुलकर एक ईकाई की तरह कार्य की तरह करना चाहिए। आपस में समानता तथा प्रेम का व्यवहार हो। महात्मा गांधी के विचार ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाए जाएं। गांधी दर्शन ने विश्व के कई देशों को मार्ग दिखाया है। हमें संयमित जीवन जीने के साथ खादी पहनना चाहिए।

महर्षि दयायनन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अनिल कुमार शुक्ला ने कहा कि ग्राम आधारित योजना बनाने से हम महात्मा गांधी की ग्राम संकल्पना के ज्यादा नजदीक पहुंचेंगे। हिंसा में विश्वास रखने वालों को भी गांधीजी ने अंहिसा का पाठ पढाया। उन्होंने जो कहा उसको जीवन में उतारने का उपकरम किया। पशु बल से प्राप्त होने वाली वस्तु आत्म बल से भी प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त किया। वे विशुद्ध धार्मिक होकर राजनैता की तरह रहते थे। उनका कहना था कि धर्म हमें मानवीय गुणों से परिपूर्ण करना चाहिए। धर्म और राजनिति के मेल से भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनेगा।

भैरूखेड़ा के सुरेश सिंह ने कहा कि गांधी दर्शन का प्रशिक्षण प्रेरणादायक रहा है। इससे गांव के अन्य व्यक्तियों को भी प्रेरित करवाएंगे। रावतमाल की बीना के अनुसार प्रशिक्षण से गांधी दर्शन को जानने का अवसर मिला। लस्साण की रेखा को नमक सत्याग्रह की जानकारी अच्छी लगी। अरांई के कैलाश चन्द्र सैन ने कहा कि गांधीजी के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने में यह प्रशिक्षण उपयोगी साबित होगा। सिरोंज के पूर्व सरपंच हरीराम गिला के अनुसार प्रशिक्षण से शांति और अहिंसा का संदेश दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चल रहे हैं। पीपलाज के रमेश चन्द्र को फ्लगेगशिप योजनाओं की जानकारी ने प्रभावित किया।

प्रशिक्षण में सरकार की प्रमुख फ्लेगशिप योजनाओं की विभागीय अधिकारियों द्वारा जानकारी प्रदान की गई। नगरीय निकाय विभाग के उपनिदेशक आलोक जैन ने इन्दिरा रसोई योजना और इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के बारे में बताया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी योजनाओं के बारे में अतिरिक्त चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस जोधा, कॉलेज शिक्षा विभाग की योजनाओं के बारे में डॉ. विरेन्द्र सिंह तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की योजनाओं के बार में सहायक निदेशक डॉ. अभिषेक गुप्ता ने जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक शक्ति प्रताप सिंह, शिक्षक संघ के उमेश शर्मा, समिति के ब्लॉक संयोजक हेमराज खारोलिया, प्रदीप कच्छावा, विजय लक्ष्मी पारीक, चेतन पंवार, स्नेहलता अग्रवाल, आरिफ खान, विकास चौहान, अशोक सुकरिया, आनन्दीलाल, अभय गौड़, मुन्नवर खान, भरत यादव एवं नितिन ने अपनी सेवाएं प्रदान की।

मंगलवार को मनीष शर्मा का उद्बोधन

जिला स्तरीय गांधी प्रशिक्षण शिविर में मंगलवार को शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा का उद्बोधन होगा। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक डॉ. गोपाल बाहेती ने बताया कि इसके अतिरिक्त समग्र सेवा संघ के अध्यक्ष सवाई सिंह तथा गांधीवादी विचारक धर्मवीर कटावा प्रतिभागियों को गांधी दर्शन के बारे में सम्बोधित करेंगे।