प्रतापगढ़। राजस्थान में प्रतापगढ़ पुलिस ने 70 लाख रुपए की सरकारी राशि के गबन के मामले में एक ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मामले का खुलासा तब हुआ जब सामली पठार ग्राम पंचायत के सरपंच दिलीप मीणा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के अनुसार तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी भूपेश पाटीदार को नियमों के विरुद्ध जाकर सामली पठार ग्राम पंचायत का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। सरपंच ने बताया कि ई-पंचायत पोर्टल पर भुगतान के लिए सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी दोनों की एसएसओ आईडी की आवश्यकता होती है लेकिन पंचायत समिति प्रतापगढ़ के विकास अधिकारी ने उनकी एसएसओ आईडी के स्थान पर ग्राम विकास अधिकारी भूपेश पाटीदार की ही आईडी को सरपंच की जगह मैप कर दिया, जिससे एक ही व्यक्ति दोनों स्तर पर भुगतान को मंजूरी दे सकता था।
इसी का फायदा उठाकर आरोपी ग्राम विकास अधिकारी भूपेश पाटीदार और विकास अधिकारी पवन तलाईच ने सरपंच की जानकारी के बिना अपनी एसएसओ आईडी से फर्जी फर्मों को भुगतान करके लगभग 70 लाख रुपए की सरकारी राशि का गबन किया। इन फर्मों ने कोई भी सामग्री या सेवा प्रदान नहीं की थी। आरोपी ने विकास कार्यों को अधूरा दिखाकर भी भुगतान ले लिया।
शिकायत मिलने पर देवगढ़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और इसकी जांच का जिम्मा थानाधिकारी धमोतर को सौंपा गया। जांच के दौरान पुलिस ने विकास कार्यों से संबंधित सभी दस्तावेज खंगाले और आरोपी भूपेश पाटीदार से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने पंचायत समिति के विकास अधिकारी, तकनीकी अधिकारी और कुछ कंस्ट्रक्शन फर्मों के बहकावे में आकर इस अपराध को अंजाम दिया।
उसने बताया कि उसने सरपंच को बताए बिना ही दोनों स्टेप्स पर अपनी ही आईडी से फर्मों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए और इस तरह लगभग 70 लाख रुपये की राशि का गबन कर लिया। गिरफ्तार आरोपी भूपेश पाटीदार (32) बांसवाड़ा जिले के सुरवानिया का रहने वाला है और उस समय सामली पठार ग्राम पंचायत का ग्राम विकास अधिकारी था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है और इस अपराध में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है।