खरगे, राहुल, प्रियंका, पवार और अखिलेश सहित सैकड़ों सांसद हिरासत में

नई दिल्ली। इंडिया गंठबंधन के सैकड़ों सांसदों ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता सांसद राहुल गांधी के आरोपों के समर्थन में संसद भवन से चुनाव आयोग के मुख्यालय की ओर मार्च करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रास्ते में रोक कर उन्हें हिरासत में ले लिया।

विपक्षी सदस्य इसके पहले संसद भवन में मकर द्वार पर एकत्र होकर मतदाता सूची के विशेष गहन समीक्षा के विरोध में नारेबाजी की और वहां से चुनाव आयोग मुख्यालय की ओर पैदल मार्च शुरू किया। इस विरोध प्रदर्शन में गांधी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित सैकड़ों सांसद नारेबाजी करते हुए संसद मार्ग पर चल रहे थे।

रास्ते में अखिलेश यादव सहित कई सदस्यों ने पुलिस के बैरिकेड को पार करने का प्रयास किया। पुलिस ने क्षेत्र में निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में उन सबको हिरासत में ले लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के विरोध में विपक्षी सदस्य सड़क पर धरना देने लगे। इस दौरान सांसदों और दिल्ली पुलिस के बीच हल्की नोक-झोंक हुई।

दिल्ली पुलिस राहुल गांधी और सभी सांसदों को बस में संसद मार्ग थाने ले आई। सांसदों में कांग्रेस के पी चिदंबरम और रेणुका चौधरी, राकांपा(एसपी) की सुप्रिया सुले, और शिवसेना(यूबीटी) के संजय राउत शामिल थे। सांसदों के हाथों में मतदाता सूचियों की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ बैनर और पोस्टर भी थे।

राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हम एक व्यक्ति एक वोट की लड़ाई लड़ रहे हैं। हम एक साफ-सुथरी मतदाता सूची चाहते हैं। प्रियंका वाड्रा ने पुलिस की बस में बैठाए जाने के बाद मीडिया से कहा किक यह सरकार डरी हुई है।