अजमेर। राजस्थान में अजमेर की ऐतिहासिक फायसागर झील की पाल से बड़ी मात्रा में पानी के रिसाव से चौकन्ने स्थानीय प्रशासन ने सेना बुला ली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अजमेर शहर से महज छह किलोमीटर दूर फायसागर झील अपनी भराव क्षमता 27 फीट पूरी होने के बाद पानी छलक रहा है। शनिवार को स्थिति विषम हो गई जब झील की पाल से पानी का रिसाव शुरू हो गया।
अतिरिक्त कलेक्टर (शहर) गजेंद्र सिंह राठौड़ के निर्देश पर नगर निगम के कार्मिकों ने बजरी के करीब 300 कट्टे लगाकर रिसाव रोकने का प्रयास किया, लेकिन रविवार को दिन भर पाल के रास्ते पानी का रिसाव जारी रहा।
इस पर प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए सेना का सहयोग मांग लिया। सेना के 40 सदस्यों की टुकड़ी ने फायसागर झील पहुंच कर मौका मुआयना करके स्थिति को समझा। फिलहाल सेना ने मौके पर मोर्चा सम्भाल लिया है।
बताया जा रहा है कि सम्भावित बरसात से कदाचित पाल ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई तो पानी के बहाव से स्थिति बेकाबू हो सकती है। चिंताजनक स्थिति यह है कि झील के दोनों छोर से पानी की निकासी हो रही है।
झील से शहर की ओर फायसागर रोड की 40 से 50 कालोनियों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। फायसागर झील से निकलने वाला पानी बाड़ी नदी के सहारे आनासागर में पहुंचता है। आनासागर पर पहले से ही चादर चल रही है। फायसागर झील शहर के लिए आफत न बन जाए, लिहाजा प्रशासन ने समय रहते सेना को बुला लिया है।
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