अजमेर। नगर निगम अजमेर के कांग्रेस पार्षदों व कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी कोली व शहर कांग्रेस महासचिव पार्षद नौरत गुर्जर के नेतृत्व में पंचशील स्थित नगर निगम अजमेर कार्यालय में विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर महापौर के ना मिलने पर उनके कक्ष के बाहर 12 सूत्रीय मांग पत्र चस्पा कर दिया।
निगम कार्यालय खुलने के साथ पार्षद व कांग्रेसजन बाहर एकत्रित होना शुरू हो गए। सभी अपने हाथों में शहर की समस्याओं व निगम आयुक्त के खिलाफ नारे लिखी तख़्तियां थामे हुए थे। देखते ही देखते बडी संख्या में कांग्रेस नेता भी आ पहुंचे। इसके बाद विरोध प्रदर्शन जोर पकडता गया। सभी पार्षद व कांग्रेसजन निगम के मेन गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी कोली, पार्षद नौरत गुर्जर, पूर्व पार्षद गुलाम मुस्तफा, पूर्व पार्षद शैलेंद्र अग्रवाल, पार्षद लक्ष्मी बुंदेल, पार्षद हमीद चीता, डॉ ईश्वर राजोरिया व पूर्व पार्षद विजय सिंह गहलोत आदि पदाधिकारियों ने उपस्थित पार्षदों व कांग्रेस जनों को संबोधित करते हुए अजमेर की विभिन्न जन समस्याओं व निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा आयुक्त व अन्य अधिकारियों की अकर्मण्यता जमकर बरसे तथा सात दिन में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
धरना प्रदर्शन के बाद पार्षद व पूर्व पार्षदों का हुजूम नारेबाजी करता हुआ निगम भवन में प्रवेश कर गया। आयुक्त देशलदान के कक्ष के बाहर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद महापौर के नाम लिखित 12 सूत्रीय मांग पत्र उनकी अनुपस्थिति में उनके कक्ष के बाहर चस्पा कर दिया।
मांग पत्र में लिखा गया है कि नगर निगम अजमेर की 2023-24 की साधारण सभा में पारित 25-25 लाख के विकास कार्य का अविलंब टेंडर कराया जाए, वार्डों की बीट में बिना किसी कारण के सफाई कर्मचारी कम कर दिए जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है अतः पुनः सफाई कर्मचारी बढ़ाए जाएं, शहर की कच्ची बस्तियों में पट्टे जारी करने की कार्यवाही शीघ्र कर आमजन को राहत प्रदान की जाए, सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से दर्ज करने का काम जिस कंपनी को दिया गया है वह ब्लेकलिस्टेड है। ऐसे में नए टेंडर कराकर अन्य कंपनी को यह कार्य दिया जाए। जब तक टेंडर नहीं हों तब तक मशीनों से वार्डों से हटाया जाए।
शहर के जिन नालों की सफाई के टेंडर नहीं किए गए थे उन्हे तुरंत किया जाए ताकि मानसून में जल भराव की समस्या पुनः उत्पन्न ना हो सके। जनरल वर्क के कार्य सभी 80 वार्डों में आवश्यकता अनुसार तुरंत किए जाए तथा उसमें भेदभाव नहीं किया जाए। नालों का निर्माण कार्य तकनीकी रूप से सही नहीं होने के कारण जल भराव की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। अतः इस समस्या का निराकरण कराया जाए।
प्रत्येक वार्ड में मच्छरों की समस्या के समाधान के लिए फोगिंग कराई जाए, शहर में अवैध निर्माण व अतिक्रमण को शीघ्र हटाया जाए व अवैध निर्माणों पर सख्ती से रोक लगाई जाए। शहर में ठैला चालकों को नाजायज परेशान नहीं किया जाए। सभी वार्डों में 50-50 स्ट्रीट लाइट अतिरिक्त लगाई जाए व बारिश के कारण खराब स्ट्रीट लाइटों को शीघ्र ठीक कराएं अथवा बदला जाए, आवारा पशु, गाय, श्वान को शहरी सीमा से हटाया जाए तथा शहर की बदहाल टूटी फूटी सड़कों की शीघ्र मरम्मत की जाकर हालात सुधारे जाएं।
नगर निगम के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाले पार्षदों व कांग्रेसजनों में मुख्य रूप से चंदन सिंह, लक्ष्मी बुंदेल, हमीद चीता, नरेश सारवान, डॉ ईश्वर राजोरिया, पूर्व पार्षद सर्वेश पारीक, शाहजहां बीबी, विजय सिंह गहलोत, हरि प्रसाद जाटव, आरिफ खान, मुबारक चीता, कौशल चित्तोडिया, राकेश चौहान, पंडित अशोक शर्मा, मनमोहन मिश्रा, वेद चौधरी, शमसुद्दीन, मुकेश सबलानिया, माल सिंह शेखावत, प्रिंस ओबीडाया, युनुस शेख, गणेश चौहान, पंकज छोटवानी, पीयूष माथुर, भंवर सिंह राठौड़, छोटू सिंह रावत, भरत धोलखेडिया, पिंटू बोहरा, दयाशंकर राजोरिया, विकास खारोल, रूपेन्द्र तिवारी, निर्मल पारीक, विश्वेश पारीक, अशरफ अली, दिनेश सिंह, आशीष शर्मा, भंवर मेहरा, महेंद्र सिंह रावत, आनंद सिंह पंवार, नीलम चंद जैन, विष्णु गौड़, सत्या लखन, लेखराज, आनंद जाजोटर, देवेंद्र गोस्वामी, राजू जैलिया, बुद्धन जैदीया, राजू जैदीया, धीरज गुर्जर, विनोद सवासिया, रवि राठौर, मैना देवी, रेखा देवी, धनवंती, लक्ष्मी व हरली सहित अनेक कांग्रेसजन शामिल रहे।