शिक्षक भर्ती घोटाला : विधायक जीवन कृष्ण साहा और परिजन की संपत्तियों पर ईडी के छापे

कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिलों में तृणमूल कांग्रेस (तृकां) विधायक जीवन कृष्ण साहा और पार्टी की पार्षद माया साहा से जुड़े कम से कम चार ठिकानों पर सोमवार से नए सिरे से तलाशी अभियान शुरू किया।

ईडी के अधिकारियों ने साहा और तृकां पार्षद के मुर्शिदाबाद और बीरभूम स्थित घरों पर छापेमारी की। इन पर सरकारी स्कूलों में कक्षा नौ एवं दस में शिक्षक भर्ती घोटाले में सांठगांठ का आरोप है।

सूत्रों ने बताया कि मुर्शिदाबाद की बुरवान विधानसभा सीट से विधायक साहा ने ईडी अधिकारियों के दरवाजे पर आने की सूचना मिलने के तुरंत बाद भागने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा बलों की मदद से उन्हें पकड़ लिया और पूछताछ के लिए घर ले आए।

सूत्रों ने बताया कि साहा को साल 2023 में इसी मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने अपने दो मोबाइल फोन अपने घर के पास एक तालाब में फेंक दिए थे। सीबीआई ने फोन से पानी निकालने के लिए पंप लगाकर उसे बरामद कर लिया था।

ईडी शिक्षक भर्ती घोटाले में धन के लेन-देन की जांच कर रहा है। आरोप लगा है कि साल 2016 के पैनल में अयोग्य उम्मीदवारों से प्राप्त धन के बाद करोड़ों रुपए हस्तांतरित किए गए थे। इन भर्तियों को दो अप्रैल, 2025 को उच्चतम न्यायालय के एक आदेश से रद्द कर दिया गया था।

सीबीआई ने अप्रैल 2023 में साहा को पकड़ा था पर मई 2025 में ज़मानत पर रिहा कर दिया गया। ईडी ने इसी मामले में बीरभूम में तृकां पार्षद माया साहा के घर की भी तलाशी ली। माया साहा, साहा की रिश्ते में मौसी हैं।