कोटा। राजस्थान में कोटा और चार अन्य जिलों में नये संस्कृत विद्यालय खोले जाने की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि इसी के साथ तीन प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालय और पांच उच्च प्राथमिक विद्यालयों को वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2026-27 से क्रमोन्नत करने की भी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति सरकार ने जारी कर दी है।
संस्कृत शिक्षा विभाग में शासन उप सचिव रेखा सांवरिया द्वारा जारी आदेश के अनुसार स्वीकृत पांच नवीन संस्कृत प्राथमिक विद्यालयों में कोटा जिले के खैराबाद पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सातलखेड़ी के गांव सातल खेड़ी खान, ब्यावर जिले की मसूदा विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति मसूदा की ग्राम पंचायत शिखरानी में गांव शिखरानी, टोंक जिले की निवाई विधानसभा में पंचायत समिति निवाई की ग्राम पंचायत लालवाड़ी के गांव विजय गोविंदपुरा में, डूंगरपुर जिले की विधानसभा आसपुर की पंचायत समिति साबला की ग्राम पंचायत बोड़ीगामा के गांव बोड़ीगामा और भीलवाड़ा जिले की विधानसभा सहाड़ा की पंचायत समिति रायपुर की ग्राम पंचायत नाथडीयावास के गांव भील बस्ती शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि आठ विद्यालय क्रमोन्नत किए गए हैं जिनमें तीन प्राथमिक विद्यालयों नागौर जिले के राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय डोडू, जालौर में राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, पुनमाजी, रेबारी का बेरा दादाल और धौलपुर जिले में राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, पुरानी छावनी को उच्च प्राथमिक स्तर पर क्रमोन्नत करने की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी गई है।
इसी प्रकार पांच उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालयों को वरिष्ठ उपाध्याय स्तर पर क्रमोन्नत किया गया है। इनमें बारां जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय कुंज विहार, गणेश मंदिर, अटरू रोड, झालावाड़ जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय नंदपुर, पनवाड़, खानपुर, हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, तीन एमओडी,जैतारण जिले के ब्यावर का मातु श्रीमती रुकमा बाई रणछोड़ सिंह राजपुरोहित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय मोहराई और अजमेर संभाग के अजमेर जिले के पीसांगन का राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय पुष्कर शामिल हैं।