चंडीगढ़। हरियाणा के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी और पीटीसी सुनारिया के आईजी वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने निजी आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है।
वाई पूरन कुमार साल 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। हाल ही में 29 सितंबर को उन्हें पीटीसी सुनारिया का आईजी नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे पांच माह तक रोहतक रेंज के आईजी के रूप में कार्यरत थे।
घटना चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित (कोठी नंबर-116) की है। गोली चलने की आवाज सुनते ही आसपास के लोग एकत्र हो गए। सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस, एसएसपी कंवरदीप कौर, फोरेंसिक और सीएफएसएल टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर जांच शुरू कर दी है।
एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि आज दोपहर को गोली चलने की सूचना मिली, मौके पर पहुंचने पर मृतक की पहचान आईपीएस वाई पूरन कुमार के रूप में हुई। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। सुसाइड नोट मिलने की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
बताया जा रहा है कि वाई पूरन कुमार की पत्नी व आईएएस अधिकारी पी. अमनीत कुमार, इस समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जापान दौरे पर हैं।
सूत्रों के अनुसार, वाई पूरन कुमार पिछले कुछ समय से विभागीय विवादों और शिकायतों को लेकर चर्चा में थे। उन्होंने पूर्व में ‘वन ऑफिसर वन हाउस’ नीति के तहत कई वरिष्ठ अफसरों के खिलाफ शिकायतें की थीं और जातिगत भेदभाव के मामलों को भी उठाया था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।