हमास ने बंधक बनाए सभी 20 जीवित इजराइली नागरिकों को रिहा किया

नई दिल्ली/यरूशलेम। फिलीस्तीन समर्थक संगठन हमास ने सोमवार को इजराइल के सभी 20 जीवित नागरिकों को रिहा कर दिया जिन्हें सात अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले के दौरान बंधक बना लिया गया था।

अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंधकों के दूसरे और अंतिम समूह को 738 दिनों बाद इजरायल को सौंप दिया गया। इससे बंधकों और उनके परिवारों का लंबा इंतजार खत्म हुआ। यह रिहाई अमरीका द्वारा मध्यस्थता कराए गए युद्धविराम समझौते का हिस्सा थी, जिसमें इजराइल के जेलों में बंद लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई भी शामिल है।

इधर, नेसेट में अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सभी जीवित लौटे बंधकों की सराहना की। उन्होंने नेसेट की अतिथि पुस्तिका में लिखा कि यह मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है-यह एक खूबसूरत दिन है, बेहद सम्मान के साथ एक नयी शुरुआत। युद्ध खत्म होने की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा कि यह नई शुरुआत है और मुझे लगता हैं इस तरह का कोई समारोह पहले नहीं हुआ।

ट्रम्प के साथ नेसेट में कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए, जिनमें संयुक्त सेना प्रमुख जनरल डैन केन भी शामिल थे। ट्रम्प के भाषण से पहले केन ने हॉल में आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर से मुलाकात की। ट्रम्प नेसेट के पूर्ण अधिवेशन में भाषण देने वाले चौथे अमरीकी राष्ट्रपति हैं। जब ट्रम्प से पूछा गया कि अगर हमास युद्धविराम की मांगें नहीं मानता है तो उसका क्या होगा, तो उन्होंने कहा कि वे मानेंगे।

उन्होंने जीवित लौटे बंधकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम उनके लिए बहुत खुश हैं, ये सभी अब प्रसन्न होने जा रहे हैं और अच्छी जिंदगी जिएंगे। उन्होंने कहा कि ये बहुत बहादुर रहे हैं। इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने इससे पहले ट्रम्प से कहा कि शांति स्थापित करने वाले धन्य हैं। उन्होंने कहा कि वह ट्रम्प को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देंगे।