आगरा। उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के न्यू आगरा क्षेत्र में शुक्रवार रात तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि नगला बूढ़ी के पास बेकाबू कार ने सड़क किनारे कई लोगों को रौंद दिया जिसमें से एक महिला बबली समेत पांच की मौत हुई है जबकि दो लोग घायल हो गए। मृतकों में एक डिलीवरी बॉय भानु प्रताप भी शामिल है। हादसे के वक्त भानु प्रताप पार्सल डिलीवरी करके वापस लौट रहा था। पुलिस ने कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है और कार को जब्त कर लिया है। सभी मृतकों के शवों के पुलिस ने पोस्टमॉर्टम भेज दिया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार की स्पीड बहुत ज्यादा तेज थी। कार ने पहले डिवाइडर को टक्कर मारी उसके बाद कई लोगों को रौंदते हुए फिर से डिवाइडर से टकरा गई और कार रुक गई। बेकाबू कार ने पहले डिलीवरी बॉय भानु प्रताप को रौंदा उसके बाद एक वृद्ध की मौत में शोक व्यक्त करने के लिए कुछ लोग सड़क के किनारे बैठे थे और कार ने उनको भी रौंद दिया।
हिट एंड रन केस में मौके पर सात लोग घायल हुए हैं जिनको सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान डिलीवरी बॉय भानु प्रताप, एक महिला बबली इसके अलावा कमल, कृष्णा और बंटेश की इलाज के दौरान मौत हो गई। घायल राहुल और गोलू का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि कार चलाते वक्त चालक नशे में था।
सर्राफ का अपहृत बच्चा मुक्त, दो अरेस्ट
आगरा में शुक्रवार को अपहृत सर्राफा कारोबारी का बेटा पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस के मुताबिक सर्राफा कारोबारी सोनू के चार वर्षीय पुत्र जय के अपहरण करने की योजना उसके चाचा गगन ने साथियों के साथ मिलकर बनाई थी। पुलिस की कार्रवाई का दबाव बना था, लिहाजा आठ घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता जय को घर के पास ही छोड़ कर फरार हो गए थे।
चार लोगों ने मिलकर जय का अपहरण किया था और अपहरणकर्ताओं से थाना एत्माउद्दौला इलाके में बीती रात को पुलिस से मुठभेड़ भी हुई। पुलिस से मुठभेड़ में बदमाश सत्य प्रकाश और साबिर के पैर में गोली लगी है। दोनों घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जय को अगवा करने की योजना बनाने वाला मास्टरमाइंड चाचा गगन और उसका चौथा साथी आकाश अभी भी फरार है।
दरअसल शुक्रवार को एत्माउद्दौला के गढ़ी चांदनी में दोपहर डेढ़ बजे जय अपनी दादी के घर जा रहा था, तभी रास्ते में से जय को अगवा कर लिया गया था। एक व्यक्ति ने जय को बातों में फंसाया और उंगली पकड़ कर ले गया था। उंगली पकड़ कर ले जाते हुए सीसीटीवी कैमरे में भी दिखाई दिया था। जय के पिता सोनू से व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से ढाई लाख रुपए की फिरौती भी मांगी गई थी।
जय की तलाश में पुलिस की दस टीमों का गठन किया गया। तीन थानों का फोर्स में भी लगाया गया ताकि जय को सकुशल बरामद कर लिया जाए। पुलिस का जब दबाव बना तो शुक्रवार को ही देर शाम करीब नौ बजे अपहरणकर्ता जय को उसी के घर के पास छोड़ गए थे। पुलिस ने जय को बरामद करके सकुशल परिवार को सौंप दिया है।



