कांग्रेस की बनाई योजनाओं का भाजपा सरकार उपयोग नहीं कर रही : अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उनकी सरकार ने राज्य को नयी ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए एक से एक महत्वपूर्ण परियोजनायें बनाईं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने इनको या तो धीमा कर दिया, या काम पूरा होने के बाद उपयोग में लेना शुरु नहीं किया।

गहलोत ने शुक्रवार को यहां कहा कि कांग्रेस के शासन में राजीव गांधी फिनटेक इंस्टिट्यूट, गांधी वाटिका म्यूजियम, कांस्टिट्यूशन क्लब, आईपीडी टॉवर, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज, 310 नए कॉलेज, पांच से अधिक विश्वविद्यालय जैसे संस्थान बनाए। हमारी इन संस्थाओं की चर्चा पूरे देश में हैं।

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार इन संस्थानों का इस्तेमाल ही नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि ये परियोजनायें हमारे कोई व्यक्तिगत की काम नहीं हैं, बल्कि राज्य के बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस सरकार का योगदान है। पता नहीं भाजपा सरकार राज्य के भविष्य को लेकर क्यों गंभीर नहीं है।

गहलोत ने कहा कि कांस्टिट्यूशन क्लब को लेकर कांग्रेस सरकार की सोच थी कि एक ऐसा स्थान बने जहां राजनेता, बुद्धिजीवी, पत्रकार, साहित्यकार, न्यायिक, नौकरशाही सहित सभी वर्गों के लोग बैठकर सकारात्मक एवं रचनात्मक चर्चाएं करें परन्तु अब तक इसकी सदस्यता भी पूरी तरह शुरू नहीं की गई है।

इसी प्रकार गांधी वाटिका म्यूजियम के माध्यम से नई पीढ़ी तक गांधी को पहुंचाया जाए परन्तु इसकी कोई कार्ययोजना भाजपा सरकार ने नहीं बनाई। इतने सरकारी विज्ञापन दिए गए पर गांधी वाटिका म्यूजियम के लिए कोई विज्ञापन तक नहीं दिया गया। न ही स्कूल के बच्चों को यहां लाने के लिए कोई आदेश जारी किया गया।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज में गवर्नेंस और सोशल साइंसेज के नए कोर्सेज चलते जिनके लिए अभी विद्यार्थियों को दूसरे राज्यों या देशों में जाना पड़ता है। पूरी इमारत बनने, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज सहित अन्य संस्थानों से जरूरी करार आदि होने के बाद भी यह संस्थान नई इमारत में शुरू नहीं हुआ है। हर संस्थान की लगभग यही कहानी है। गहलोत ने कहा कि भाजपा की सोच राजस्थान को बीमारू राज्य बनाने की लगती है अन्यथा कोई भी प्रगतिशील सरकार ऐसी सोच नहीं रखेगी।