अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को 10 दिनों के भीतर गिरफ्तार करने का आदेश

चंडीगढ़। अनुसूचित जाति आयोग ने पंजाब पुलिस को पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह के खिलाफ कथित तौर पर जातिवादी टिप्पणी करने के आरोप में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को दस दिनों के भीतर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। आयोग के इस आदेश के बाद पंजाब में राजनीतिक तनाव गहरा गया है।

आयोग के अध्यक्ष जसबीर सिंह गढ़ी ने मामले में देरी के कारणों को स्पष्ट करने के लिए कपूरथला के डीएसपी हरगुरदेव सिंह को चंडीगढ़ तलब किया। सुनवाई के दौरान डीएसपी ने कहा कि वीडियो साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच सहित कुछ तकनीकी प्रक्रियाएं अभी भी चल रही हैं और इसमें लगभग एक सप्ताह लग सकता है।

गढ़ी ने स्पष्टीकरण से असंतुष्ट वडिंग को 20 नवंबर तक गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस यह दावा नहीं कर सकती कि वह वडिंग को ढूंढ नहीं पा रही है, जबकि उन्हें तरनतारन और नवांशहर में सार्वजनिक रूप से कार्यक्रमों में भाग लेते देखा गया था। गढ़ी ने कथित तौर पर अपनी बात को पुष्ट करने के लिए वडिंग की उपस्थिति के वीडियो दिखाए।

पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह के बेटे सरबजोत सिंह सिद्धू की शिकायत पर कपूरथला में बीएनएस की धारा 353 और 196 के साथ-साथ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(1)(यू) और 3(1)(वी) के तहत मामला दर्ज किया गया।

यह विवाद 4 नवंबर को तरनतारन में वडिंग द्वारा दिए गए एक सार्वजनिक भाषण से उपजा है, जहां उन्होंने कथित तौर पर बूटा सिंह के बारे में नस्लीय टिप्पणी की थी। आयोग ने चेतावनी दी है कि अगर निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घटना से संबंधित वायरल वीडियो को आगे की कार्रवाई से पहले उसकी प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।