सन्तोष खाचरियावास
अजमेर। विगत दिनों राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की पत्नी इंदिरा देवनानी का देहांत हो गया। पूरे भाजपा संगठन में शोक की लहर दौड़ गई। राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों, राजस्थान सरकार के मंत्रियों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के नेताओं, अफसरों, समाजसेवी संगठनों और आमजन ने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर देवनानी को सांत्वना दी…सिवाय उस एक शख्स के.. जो साल 2003 से हरदम देवनानी के साथ उनका हमदम, हमराज और हमसाया बनकर रहा (पिछले 2-3 सालों को छोड़कर)। उस शख्स का नाम है अजमेर नगर निगम के पहले मेयर धर्मेन्द्र गहलोत।
देवनानी-गहलोत की जोड़ी बरसों बरस एक साथ देखी गई…ज्यादातर लोग उन्हें गुरु-चेला की उपमा देते थे। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि दोनों के बीच दीवार खड़ी हो गई… बरसों का साथ-सम्मान छूट गया। न सिर्फ साथ छूटा बल्कि एक दूसरे के नाम से ही कोफ्त हो गई…आखिर ऐसा हुआ क्यों…???
देवनानी के यहां गहलोत शोक संवेदना प्रकट करने नहीं आए, इसे लेकर पिछले दिनों खूब चर्चाएं रहीं। गत दिवस जैसे ही इंदिरा देवनानी के बारहवें की रस्म अदा हुई…शोक उठा…वैसे ही गहलोत ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो सन्देश वायरल कर दिया जो अब हर अजमेरी के मोबाइल में रह-रहकर प्ले हो रहा है। इस वीडियो में गहलोत वो वजह बता रहे हैं कि देवनानी के यहां शोक व्यक्त करने क्यों नहीं गए। यह वजह बताने से पहले उन्होंने वीडियो में सिलसिलेवार एक-एक कर कई बातों के बताशे फोड़े।
देवनानी मेरे गुरु हैं कि मैं उनका गुरु हूं…? मान लो उन्होंने मुझ पर दो बार अहसान किया तो मैंने भी उन पर पांच बार अहसान किया…आज भी उन पर मेरे तीन ज्यादा अहसान हैं ! उनका अजमेर में पदार्पण साल 2003 में हुआ। उससे पहले वह उदयपुर में टीचर थे। उन्हें अजमेर की गलियों में घुमाने वाला मैं…कार्यकर्ताओं से मिलाने वाला मैं…उनके अजमेर आने से पहले ही में नगर परिषद का उप सभापति रहा, ऐसे में वह मेरे गुरु कैसे हो सकते हैं…?
वीडियो के उत्तरार्द्ध में उन्होंने देवनानी की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त नहीं करने की वजह बताई कि इसी साल जनवरी में जब देवनानी खुद बीमार पड़े थे, तब मैंने कुशलक्षेम पूछने के लिए फोन किया लेकिन देवनानी के बेटे ने फोन रिसीव नहीं किया। बाद में उन्हें देवनानी के मोबाइल नंबर से एक ऑडियो मैसेज मिला जिसमें उन्हें धोखेबाज जैसे शब्दों से नवाजा गया। इस बार भी मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हो, इसलिए शोक व्यक्त करने नहीं गया।
गहलोत ने वीडियो में एक-एक कर कई छिलके उतारे…कई छाले फोड़े…लेकिन उस असल जड़ का खुलासा नहीं किया जिसकी वजह से उनके आपसी सम्बन्धों की अर्थी उठी और अब उठावना भी हो गया।
(गहलोत का यह चर्चित वीडियो देखने के लिए हमारे चैनल https://www.youtube.com/channel/UCCcLf90UP-prqTinNwqUXZg/ पर विजिट करें)



