अजमेर। रेलवे के अजमेर मंडल के दो प्रमुख स्टेशनों अजमेर व उदयपुर सिटी को प्रतिष्ठित ईट राईट सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है। ईट राईट सर्टिफिकेट भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और एफएसएसएआई (फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया) के कॉलोबेरेशन में दिया जाना वाला महत्वपूर्ण प्रमाणपत्र है जो कि एफएसएसएआई के खाद्य गुणवत्ता और मानकों के कडे मानदंडो को पूर्ण करने के पश्चात दिया जाता है।
इस कार्यक्रम को वर्ष 2018 से देश में लांच किया गया है। जिसे देश के विभिन्न रेलवे स्टेश्नों के साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे पर मुख्य चिकित्सा निदेशक के आदेश से करवाने का लक्ष्य प्रधान कार्यालय द्वारा दिया गया था। उक्त प्रमाणीकरण के क्रम में सर्वप्रथम इन स्टेशनों पर स्थित फुड संस्थानों का एक्सटर्नल आडिटर द्वारा खाद्य ऑडिटिंग अलग-अलग पैरामीटर पर किया गया था।
दूसरे चरण में कमियां होने पर सुधारात्मक कार्यवाही के पश्चात उक्त स्टेशनों पर कार्यरत सभी वर्किंग फुड हेंडलर्स को एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित बेसिक ट्रेनिंग एफएसएसएआई के प्राईवेट पार्टनर के द्वारा दिया गया और फाईनल ऑडिटिंग होने पर अजमेर और उदयपुसिटी रेलवे स्टेशन को उपरोक्त प्रमाणपत्र जारी हुए है। इस उपलब्धि में अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा अजीत सिंह तथा अजमेर मंडल के खाद्य संरक्षा अधिकारी मनोज सिन्हा की विशेष भूमिका रही।
मनोज सिन्हा द्वारा रेलवे स्टेशन उदयपुर व अजमेर में ईट राईट की प्रक्रिया वर्ष 2024 में प्रारंभ कर दी गई थी जिसमें एफएसएसएआई गोल्डन रूल, लाईसेंसिंग, फूड हैंडलिंग, कलर कोडिंग अधारित गार्बेज क्लेक्शन, पेस्ट कंट्रोल आदि पर काम पूरा किया गया व कई स्टेंडर्ड पूरा हो जाने व फाईनल ऑडिटिंग के पश्चात एफएसएसएआई के द्वारा उक्त स्टेशनों पर प्रमाण पत्र प्रदान किए गए है।
इस कार्यक्रम में मुख्य स्वास्थ्य निदेशक एव संयुक्त खाद्य संरक्षा आयुक्त-जयपुर, वरिष्ठ मंडल वाण्ज्यि प्रबंधक अजमेर, एफएसएसएआई के मास्टर ट्रेनर, इआरआई, अजमेर वर्कशाप स्थित फुड कैंटिन मैनेजरों, स्टेट फुड आॉथोरिटी, अजमेर, आईआरसीटीसी प्रतिनिधी एवं रेलवे के अन्य स्वास्थ्य निरीक्षकों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
इसी तरह उदयपुरसीटी में एफएसएसएआई के मास्टर ट्रेनर, ऑडिटर, फूड हेंडलरर्स, एसीएमएस-राणाप्रतापनगर, एआरओ, स्टेशन अधीक्षक, सीएमआई, सीएचआई उदयपुर, स्टेट फूड ऑथोरिटी उदयपुर का भी सहयोग रहा। अजमेर व उदयपुर सिटी को ईट राईट प्रमाणपत्र मिलने से रेल यात्रियो को रेलवे स्टेशनों पर गुणवत्तापूर्ण मानक पदार्थो की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
ईट राईट प्रमाणपत्र की वैधता अजमेर व उदयपुर रेलवे स्टेशन पर दो वर्ष अवधि 30 जून 2025 से 29 जून 2027 तक रहेगी। मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने मंडल के दो स्टेशनों को ईट राईट सर्टिफिकेशन को अजमेर मंडल की महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।