NIRF विश्वविद्यालय श्रेणी में CURAJ को मिला 89वां स्थान
किशनगढ। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क 2025 में भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया है साथ ही विश्वविद्यालय श्रेणी में 89वां स्थान हासिल किया है, जो इसे उच्च शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में भारत के प्रमुख केंद्रों में स्थापित करता है।
इस उपलब्धि के साथ, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय अब भारत के शीर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों की विशिष्ट श्रेणी में शामिल हो गया है और यह नए विकास, अवसरों और आकांक्षाओं के अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
इस अवसर पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने कहा कि यह रैंकिंग प्रत्येक विद्यार्थी, शिक्षक, शोधकर्ता और कर्मचारी की सामूहिक मेहनत और समर्पण का परिणाम है। शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थान बनाना कोई साधारण उपलब्धि नहीं है, यह तो नियति का अद्भुत उपहार है।
विश्वविद्यालय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क रैंकिंग के लिए आवश्यक कमियों को दूर करने के लिए संगठित और विचारशील प्रयास किए और सच्ची साधना व निष्ठा के परिणामस्वरूप हमें यह पहचान प्राप्त हुई है। यह सफलता विश्वविद्यालय की सतत मेहनत, गुणवत्ता आधारित शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय के लिए इतने काम समय में NAAC A++ मान्यता प्राप्त करना, UGC द्वारा श्रेणी-1 विश्वविद्यालय का दर्जा पाना और साथ ही NIRF 2025 में शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में 89वाँ स्थान प्राप्त करना वास्तव में एक बड़ी उपलब्धि है।
प्रो. भालेराव ने यह भी कहा कि यह सफलता कोई अंत नहीं बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने, उभरते हुए क्षेत्रों में शोध को आगे बढ़ाने और सामुदायिक सहभागिता का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में योगदान दिया जा सके।
NIRF रैंकिंग, जिसे शिक्षा मंत्रालय प्रतिवर्ष जारी करता है, संस्थानों का मूल्यांकन विभिन्न मानकों पर करता है जिनमें शिक्षण, अधिगम एवं संसाधन (TLR), शोध एवं व्यावसायिक प्रथाएँ (RPC), स्नातक परिणाम (GO), आउटरीच एवं समावेशिता (OI) और धारणा (Perception) शामिल हैं। CURAJ का प्रदर्शन इन सभी मानकों पर उसके संतुलित विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता व सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रो. भालेराव ने यह भी जोड़ा कि पिछले कुछ वर्षों में राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय ने उल्लेखनीय प्रगति की है और शोध, अकादमिक और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ा है। हमारे संकाय और शोधार्थियों ने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में शोध प्रकाशित किए हैं और महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में योगदान दिया है। हमारे इनोवेशन और इनक्यूबेशन केंद्र छात्रों में उद्यमशीलता को बढ़ावा दे रहे हैं।
विज्ञान, इंजीनियरिंग, मानविकी, सामाजिक विज्ञान, आर्किटेक्चर, वाणिज्य और प्रबंधन जैसे विविध क्षेत्रों में संचालित विद्यालयों के साथ हमने एक समावेशी शैक्षणिक वातावरण तैयार किया है। साथ ही, हमने छात्र-केंद्रित संस्कृति को बढ़ावा दिया है जिसमें समग्र विकास, प्लेसमेंट और करियर वृद्धि पर विशेष ध्यान दिया गया है। आउटरीच पहलों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) से जुड़े कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने प्रभाव को परिसर से बाहर भी विस्तारित कर रहा है और उत्कृष्टता के साथ उत्तरदायित्व की अपनी परिकल्पना को साकार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम इसे और ऊंचे मानकों को हासिल करने, वैश्विक पहचान को और सुदृढ़ करने, अग्रणी क्षेत्रों में शोध को प्रोत्साहित करने और विकसित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका को और प्रभावशाली बनाने की प्रेरणा मानते हैं। विश्वविद्यालय परिसर में इस उपलब्धि का जश्न बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया। पूरे कैंपस में खुशी की लहर दौड़ गई और वातावरण आतिशबाज़ी, तालियों और हर्षोल्लास से गूंज उठा।