नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाही को लेकर आ रही प्रतिक्रियाओं के बीच तीखा हमला बोलते हुए स्पष्ट किया कि अदालत का संज्ञान नहीं लेना क्लीन चिट नहीं होता और कानून हैशटैग (प्रतीकात्मक चिह्न) से नहीं चलता।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने एक पोस्ट कहा कि जिस आदेश को कांग्रेस जीत के रूप में पेश कर रही है, वह तकनीकी और प्रक्रियात्मक आधार पर है, न कि मामले के गुण-दोष पर।
अदालत ने न तो आरोपियों की बेगुनाही पर कोई टिप्पणी की है और न ही लेन-देन की वैधता या धनशोधन के आरोपों को खारिज किया है। कोई दोषमुक्त नहीं हुआ है। अदालत ने ईडी के उन आरोपों पर कोई फैसला नहीं दिया है, जिनमें एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की संपत्तियों के कथित धोखाधड़ीपूर्ण अधिग्रहण और धनशोधन की बात कही गयी है।
भाटिया ने यह भी याद दिलाया कि यह मामला मूल रूप से डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से दायर निजी शिकायत से शुरू हुआ था, जिसमें धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और विश्वासघात जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। यह मूल आपराधिक मामला अभी भी दिल्ली की अदालत में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को उस मामले में जमानत मिली है, लेकिन उन्हें बरी नहीं किया गया है। अदालत ने अब तक उन्हें निर्दोष घोषित नहीं किया है।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अदालत की प्रक्रिया को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है और जनता को गुमराह करने के लिए सोशल मीडिया ट्रेंड्स का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि सच यह है कि मामला खत्म नहीं हुआ है और जांच जारी है तथा कानून अपना काम करेगा।



