दिल्ली में घना ज़हरीला स्मॉग, एक्यूआई बहुत खराब से गंभीर

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को ज़्यादातर हिस्सों में ज़हरीले स्मॉग की घनी परते छायी रहने से दृश्यता तेज़ी से कम हो गई और लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। इंडिया गेट, एम्स , अक्षरधाम, आईटीओ और बारापुला फ्लाईओवर जैसी खास जगहों से मिले दृश्यों में शहर भर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से दृश्यता बहुत कम हो गई।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर बहुत खराब से लेकर गंभीर तक बना रहा।

आंकड़ों के अनुसार इंडिया गेट में एक्यूआई 344 (बहुत खराब), एम्स इलाके में 273 (खराब), अक्षरधाम में गंभीर 416, आईटीओ में 398 (बहुत खराब) और बारापुला फ्लाईओवर में एक्यूआई 356 (बहुत खराब) दर्ज किया गया। इसी तरह आरके पुरम जैसे इलाके घने स्मॉग में लिपटे रहे, जहां एक्यूआई 374 रिकॉर्ड किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी है। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम इलाके में भी बहुत खराब श्रेणी का एक्यूआई 349 दर्ज किया गया।

सीपीसीबी के अनुसार नजफगढ़ में एक्यूआई तुलनात्मक रूप से कम 284 था।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी चरण-IV के तहत सभी उपाय लागू किए हैं।

प्रदूषण के संकट पर लोकसभा में आज होगी चर्चा

लोकसभा में सदस्यों की मांग पर दिल्ली में प्रदूषण संकट को लेकर गुरुवार को चर्चा होगी और इसकी शुरुआत कांग्रेस सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा करेंगी। राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर बन चुके प्रदूषण के संकट पर यह चर्चा नियम 193 के तहत कराई जाएगी और वाड्रा के साथ ही डीएमके की कनिमौझी करुणानिधि और भाजपा की बांसुरी स्वराज अपने दलों की तरफ से चर्चा की शुरुआत करेंगी।

पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव दिल्ली की हवा को बेहतर बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए चर्चा का जवाब दे सकते हैं। प्रदूषण के संकट पर लोकसभा में वीबी जी राम जी (संशोधन) विधेयक 2025 पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब के बाद चर्चा कराई जाएगी। इस विधेयक पर बुधवार आधी रात तक सदन में चर्चा चली थी।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी पिछले सप्ताह दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे को शून्य काल उठाया था और इस पर चर्चा की मांग की थी। विपक्ष के अन्य कई दलों के नेताओं ने भी दिल्ली में प्रदूषण के संकट पर सदन में चर्चा करने का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह किया था।