पूर्व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी को ईडी ने किया अरेस्ट

जल जीवन मिशन में करोड़ों के टेंडर में फर्जीवाड़े का आरोप

जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व जन स्वास्थ्य अभियंत्रिक मंत्री महेश जोशी को जल जीवन मिशन घोटाले के सिलसिले में गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। ससे पहले जोशी से ईडी मुख्यालय में दिनभर पूछताछ की गई। कई बार नोटिस देने के बावजूद पेश नहीं होने पर आखिरकार जोशी दोपहर 1 बजे अपने निजी सहायक के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे, जिसके बाद उन्हें दस्तावेजों के आधार पर लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया गया।

जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर जल के तहत चल रहे जल जीवन मिशन में बड़े स्तर पर टेंडर घोटाले का आरोप है। साल 2021 में श्याम ट्यूबवेल कंपनी और श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के जरिए राजस्थान जलदाय विभाग से करोड़ों रुपए के टेंडर हासिल किए।

इस कंपनी ने 68 निविदाओं में भाग लिया, जिनमें से 31 टेंडर एल-1 के रूप में प्राप्त हुए। कुल राशि 859.2 करोड़ रुपए इस तरह श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी ने 169 निविदाओं में भाग लेकर 73 टेंडर में एल-1 के रूप में 120.25 करोड़ रुपए के टेंडर प्राप्त किए।

सूत्रों के अनुसार ईडी की पूछताछ में महेश जोशी से उन दस्तावेजों के बारे में सवाल किए गए जो उन्हें श्री श्याम और श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनियों से जोड़ते हैं। ईडी के पास जोशी के उन ठेकेदारों के साथ वित्तीय लेन-देन और सिफारिशों से जुड़े सबूत मौजूद हैं जिनके माध्यम से फर्जीवाड़ा कर टेंडर प्राप्त किए गए।

पहले एसीबी ने जांच शुरू की थी और कई भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद ईडी ने अपनी स्वतंत्र जांच शुरू की और जोशी सहित कई अन्य के ठिकानों पर दबिश दी गई। फिर सीबीआई ने 3 मई 2024 को केस दर्ज किया और ईडी ने 4 मई को अपनी रिपोर्ट और सबूत एसीबी को सौंपे। यह मामला सामने आने के बाद अगस्त 2023 में एसीबी ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था और सितंबर 2023 में एफआईआर दर्ज हुई। बाद में मई 2024 में केंद्र की अनुमति के बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया और अक्टूबर 2024 में एसीबी ने महेश जोशी समेत 22 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

इनका कहना है

महेश जोशी ने कहा कि मेरी पत्नी की हालत गंभीर है। मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मैंने कोई अनियमितता नहीं की है, मैंने किसी से पैसा नहीं लिया है। जिन लोगों के खिलाफ मैंने कार्रवाई की है, उनके बयानों के आधार पर मेरे खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है और मुझे यकीन है कि मुझे न्याय मिलेगा।

अशोक गहलोत बोले, ये राजनीतिक प्रतिशोध

महेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण करार दिया है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बन चुके ईडी द्वारा पूर्व मंत्री जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है जब उनकी पत्नी करीब 15 दिन से जयपुर के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। उनकी इच्छा थी कि इस मुश्किल परिस्थिति से निकलने के बाद ईडी को बयान दें। उन्होंने कहा कि यह उन्हें भावनात्मक रूप से तोड़ने का प्रयास है जिससे उनसे मनमुताबिक बयान लिए जा सकें।