भरतपुर। राजस्थान में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिर्राज प्रसाद तिवारी का शुक्रवार सुबह भरतपुर में निधन हो गया। वे करीब 105 वर्ष के थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके पैतृक गांव बिडियारी बयाना में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पांचवीं और आठवीं विधानसभा के सदस्य रहे तिवारी 29 मार्च 1985 से 31 जनवरी 1986 तक राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष और 31 जनवरी 1986 से 11 मार्च 1990 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे। तिवारी राजस्थान विधानसभा की गृह समिति और विशेषाधिकार समिति के सदस्य भी रहे।
उनके निधन पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि तिवारी संसदीय परंपराओं के गहरे जानकार थे। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद पर रहते हुए संसदीय परंपराओं का निर्वहन कराया। देवनानी ने कहा कि तिवारी का सार्वजनिक जीवन निष्ठा, सरलता और जन सेवा को समर्पित रहा। वह लोकतांत्रिक मूल्य और जनहित मुद्दों के प्रति सजग रहे।
उनका निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि उनकी दीर्घ आयु और स्वस्थ जीवन उनके सादगीपूर्ण जीवन की मिसाल थी। देवनानी ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतृप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी तिवारी के निधन पर गहरा दुख जताया हैं। गहलोत ने कहा कि तिवारी ने 105 वर्ष की उम्र तक शानदार जीवन जिया। इस आयु में भी उनकी जिंदादिली एवं याददाश्त देखकर हम सभी प्रफुल्लित होते थे। तिवारी जी संयमित जीवन की एक मिसाल थे। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना की।