विद्यार्थी और गुरू दोनों मिलकर भारत के विकास को गति प्रदान करते हैं : प्रो. बहरवाल

अजमेर। भारत विकास परिषद महाराणा प्रताप शाखा के तत्वावधान में बुधवार को रामेश्वरम विद्यापीठ उ.मा. विद्यालय में गुरू वंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. मनोज बहरवाल ने कहा कि विद्यार्थी और गुरू दोनों मिलकर भारत के चहुंमुखी विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। विद्यार्थी भारत का भविष्य है, भारत का भविष्य तभी सुनहरा होगा जब भारत की आने वाली युवा पीढ़ी संस्कारवान, सुशिक्षित, विनयशील होगी।

परिषद सचिव दीपक चौपड़ा ने बताया कि मुख्य वक्ता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्योत्सना रंगा ने भारतीय संस्कृति की इस अनूठी परम्परा को जीवित रखने के लिए भारत विकास परिषद के इस प्रकल्प की भूरी-भूरी प्रशंसा की साथ ही कहा कि गुरू व छात्रों के परस्पर समन्वय की परम्परा को देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में मनाना चाहिए जिससे सम्पूर्ण विश्व का कल्याण हो।

इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि अजयमेरू डायबिटिज सोसायटी अध्यक्ष डॉ रजनीश सक्सेना, रामेश्वरम विद्यापीठ ट्रस्ट अध्यक्ष शिवशंकर फतेहपुरिया, अग्रवाल सेवा संस्थान अध्यक्ष प्रदीप बंसल ने भी गुरू-शिष्य परम्परा की पुरातन से लेकर आधुनिक परिवेश में उपयोगिता पर अपने विचार प्रकट किए। समारोह के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत उदबोधन संस्कार प्रमुख संयोजक सुरेश राठी ने दिया। परिषद अध्यक्ष प्रो. एमके रांका ने परिषद के विभिन्न प्रकल्पों से विद्यार्थियों एवं अतिथियों को अवगत कराया साथ ही सभी का आभार अभिव्यक्त किया।

इस अवसर पर 25 मेघावी विद्यार्थियों एवं 27 गुरूजनों को प्रशस्ति पत्र, तुलसी माता का पौधा एवं उपरना ओढ़ाकर सम्मान किया गया। समारोह में परिषद के पीयूष चौधरी, नीरज कोठारी, अंकित खाब्या, केके अग्रवाल, विनोद डीडवानियां, विभोर गर्ग, गोपाल सोमाणी, महेश सोमाणी, चित्रेश लोढ़ा, हर्ष जैन, गिरधारीलाल जांगीड़, वीपी भट्ट, प्रतिभा कोठारी, नीता अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। विद्यालय प्रधानाचार्य अशोक शर्मा ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में गुरू वंदन कार्यक्रम