भारत ने लिया रांची की हार का बदला, सीरीज में रोमांच बरकरार

लखनऊ। गेंदबाजों के धारदार प्रदर्शन के बाद सूर्यकुमार यादव (26 नाबाद) की धैर्यवान बल्लेबाजी की मदद से भारत ने दूसरे टी20 मुकाबले में रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट की रोमांचक जीत दर्ज करते हुए तीन मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया।

अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम की मुश्किल पिच न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 20 ओवर में 100 रन का लक्ष्य रखा। भारत ने यह लक्ष्य चार विकेट गंवाकर एक गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।

धाकड़ बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने अपना धैर्यवान रूप दिखाते हुए 31 गेंदों पर 26 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें एकमात्र चौका शामिल था। उन्होंने हार्दिक पांड्या (15 नाबाद) के साथ 30 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की और 20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर विजयी चौका लगाकर टीम को जीत दिलायी। सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला अहमदाबाद में एक फरवरी को खेला जाएगा।

स्पिनरों के खिलाफ दोनों टीमों के बल्लेबाजों की परीक्षा हुई जिसमें भारतीय टीम ने बाजी मारी। स्पिनरों की चौकड़ी के साथ उतरे भारत ने नौ कीवी बल्लेबाजों को पवेलियन पहुंचाया, नतीजन न्यूजीलैंड 20 ओवर में 99 रन ही बना सका।

भारतीय बल्लेबाजों ने छोटे लक्ष्य के प्रति पूरी संजीदगी बरतते हुए स्वभाव के विपरीत संयम से बल्लेबाजी की और जीत को आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर हासिल कर लिया। भारत की तरफ से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज शुभमन गिल (11) थे जिन्हें ब्रेसवेल ने डीप स्कावयर लेग पर खड़े एलन फिलिप के हाथों कैच आउट कराया।

ईशान किशन (19) और राहुल त्रिपाठी (13) ने पारी को संवारने का प्रयास किया मगर ईशान नौवें ओवर में दुर्भाग्यशाली तरीके से रन आउट हो गए। इसके बाद न्यूजीलैंड के स्पिनरों ने रनों की गति पर अंकुश लगाते हुए दवाब बढ़ाया। नतीजन 11वें ओवर में ईश सोढ़ी की गेंद पर त्रिपाठी स्वीप करने के प्रयास में डीप मिड विकेट पर खड़े फिलिप को कैच थमा कर पवेलियन लौट गए। भारत ने हालांकि जीत के लिए जरूरी रनों का आधा सफर तब तक तीन विकेट खोकर पूरा कर लिया था।

पारी के 15वें ओवर में वाशिंगटन सुंदर के तौर पर कीवी बल्लेबाजों ने दूसरा रन आउट किया। जब सूर्यकुमार यादव के खिलाफ पगबाधा की अपील हुई और यादव इसकी परवाह नहीं करते हुए दौड़ पड़े, तब दूसरे छोर पर खड़े सुंदर ने उन्हें रुकने को कहा जिसे उन्होंने अनसुना कर दिया। आखिरकार सुंदर ने क्रीज छोड़कर अपना विकेट उन पर न्योछावर कर दिया।

सुंदर के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे हार्दिक पांड्या ने सूर्यकुमार के साथ संभल कर खेलते हुए टीम को जीत के दरवाजे पर लाकर ही दम लिया। इससे पहले वशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, यजुवेन्द्र चहल और दीपक हुड्डा (एक-एक विकेट) की चौकड़ी के आगे कीवी बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल सके जबकि अर्शदीप सिंह ने एक ही ओवर में दो विकेट चटका कर न्यूजीलैंड के स्कोर को तीन अंक तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी। यह नौंवा अवसर है जब न्यूजीलैंड की टीम टी-20 मुकाबले में 100 रन के आंकड़े को पाने में विफल रही है। साथ ही यह भारत के खिलाफ टी20 मुकाबले में उनका सबसे छोटा स्कोर था।

रांची में खुलकर रन लुटाने वाले भारतीय गेंदबाज के तेवर आज कुछ और ही थे। कप्तान पांड्या ने शुरूआती 15 ओवर में खुद के अलावा स्पिनरों को आजमाया जिसमें उनकी अपेक्षित सफलता भी मिली। आज के मैच में तूफानी गेंदबाज उमरान मलिक की जगह यजुवेन्द्र चहल को मौका दिया गया था जिसे भुनाते हुये उन्हाेंने अपने दो ओवर के स्पेल में मात्र चार रन देकर फिन एलेन (11) को जल्दी चलता कर मेहमानों को झटका दिया।

डेवन कॉनवे (11) पारी के पांचवें ओवर में सुंदर का शिकार बने। मार्क चैपमैन (14) रन आउट होकर पवेलियन लौटे वहीं ग्लेन फिलिप (5) को हुड्डा ने और डेरिल मिचेल (8) को कुलदीप ने क्लीन बोल्ड आउट कर चलता किया। माइकल ब्रेसवेल (14) के निजी स्कोर पर पांड्या की बाउंसर को उड़ाने के प्रयास में फाइन लेग पर खड़े अर्शदीप के हाथों आउट हुए।

एक छोर पर टिक कर खेल रहे कप्तान मिचेल सेंटनर (19 नाबाद) दूसरी तरफ एक एक-एक कर अपने साथियों के शिकार को मायूसी से देखते रहे। पारी के 18वें ओवर में अर्शदीप ने ईश सोढ़ी और लोकी फर्ग्यूसन की जल्द विदाई कर दी, जिसके बाद जेकब डफी ने तीन गेंदों पर छह रन का योगदान देकर न्यूजीलैंड को 99 रन तक पहुंचाया।