मराठी में बात न करने पर हमलावर MNS कार्यकर्ता हिरासत में लिए जाने के कुछ घंटों बाद रिहा

मुंबई। राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सात सदस्यों को हिरासत में लिए जाने के कुछ घंटों के भीतर रिहा कर दिया गया। मनसे कार्यकर्ताओं ने पड़ोसी पालघर जिले के मीरा भयंदर इलाके में मराठी में बात न करने पर एक दुकानदार पर हिंसक हमला किया था।

कश्मीरी पुलिस थाना के पुलिस उपनिरीक्षक किरण कदम ने कहा कि अपराध में शामिल लोगों को पुलिस थाने लाया गया था और उन्हें उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार नोटिस दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने खिलाफ उपलब्ध सबूतों से छेड़छाड़ न करें और पुलिस द्वारा बुलाए जाने पर उन्हें पुलिस स्टेशन में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने खिलाफ उपलब्ध साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ न करें तथा उन्हें पुलिस थाने में उपस्थित होने की बात कही गई है। अधिकारी ने कहा कि क्षेत्रीय पुलिस उपायुक्त का कार्यालय उनसे अच्छे व्यवहार के बारे में बांड पर हस्ताक्षर करवाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार अपराध में शामिल आरोपियों ने अपने साथ हुई मारपीट को रिकॉर्ड किया था और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया था। पुलिस द्वारा संक्षिप्त पूछताछ के बाद उसी शाम उन्हें छोड़ दिया गया।

शहर में दिनदहाड़े किए गए हमले की गंभीरता के बावजूद जिस गर्व के साथ इसे ऑनलाइन साझा किया गया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि अपराध गैर-संज्ञेय है, जिसका अर्थ है कि पूर्ण जांच शुरू करने या बिना वारंट के गिरफ्तारी करने के लिए मजिस्ट्रेट से पूर्व अनुमोदन की आवश्यकता होती है।

आरोपियों में से एक ने खुले तौर पर हिंसा का बचाव करते हुए कहा कि दुकानदार ने खुद पर हमले को आमंत्रित किया था। उसने अपनी पहचान छिपाने का कोई प्रयास नहीं किया।

महाराष्ट्र के मंत्री नितीश राणे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि उनकी टिप्पणी प्रसारित होने के कुछ ही मिनटों के भीतर यह स्पष्ट हो गया कि आरोपी वास्तव में उसी शाम को पहले ही रिहा हो चुके थे।

वीडियो साक्ष्य और सार्वजनिक आक्रोश के बावजूद इन लोगों की तुरन्त रिहाई ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील घटनाओं खासकर भाषा-संबंधी हिंसा से जुड़ी घटनाओं से निपटने के राज्य के तरीके पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी तक पुलिस ने आगे कोई कार्रवाई की पुष्टि नहीं की है।