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मुंबई में रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से 22 की मौत

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मुंबई में रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से 22 की मौत

अफवाह और अत्यधिक भीड़ से हुआ हादसा

मुंबई। मुंबई के एलफिन्सटन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह भीड़ और अफवाह के चलते बड़ा हादसा हो गया। रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने से 22 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 20 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। यह हादसा सुबह करीब सवा दस बजे के करीब हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो 40 से 50 लोग घायल हो गए हैं। इस बीच, रेल मंत्री पीयूष गोयल के भी मुंबई पहुंचने की सूचना आ रही है।

सेंट्रल लाइन के परेल स्टेशन और वेस्टर्न रेल लाइन के एलफिंस्टन स्टेशन को कनेक्ट करने वाले ब्रिज पर सुबह का वक्त होने से भीड़ ज्यादा थी। घटना के समय जब अचानक बारिश आयी, तब सभी लोग ब्रिज पर ही रुक गए। ब्रिज पर भीड़ बढऩे लगी। कोई उतरने को तैयार नहीं था।

ऐसी स्थिति में सेंट्रल लाइन की ट्रेन पकडऩे के लिए धक्का-मुक्की होने लगी और इसी घटना ने भगदड़ का रूप ले लिया। यह भी बताया जा रहा है कि किसी ने यह अफवाह फैला दी कि भीड़ के कारण ब्रिज हिल रहा है और गिर सकता है। ऐसे में भगदड़ मची और लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ कर भागने लगे जिससे इतने लोगों की मौत हो गई ।

गौरतलब है कि मुंबई में जमकर बारिश हो रही है। शुक्रवार को भी भारी बारिश जारी है। वहीं कई प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं कि शॉर्ट सर्किट होने के डर की वजह से अचानक से स्टेशन पर भगदड़ मच गई। भगदड़ की वजह से फुट ओवर ब्रिज की रेलिंग टूटकर गिर गई, जिससे यह दुर्घटना हो गई। यह ब्रिज काफी पुराना है। कई बार इस ब्रिज को लेकर लोगों ने शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

उन्होंने बताया कि 40 से 45 लोग घायल हुए हैं। हादसे की वजह से वेस्टर्न रेलवे सेवा प्रभावित हो गई है। मौके पर पहुंचे प्रशासन ने घायलों को केईएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि छुट्टी होने की वजह से स्टेशन पर भीड़ अधिक थी। उधर, पश्चिम रेलवे ने कहा है कि हादसे में 30 लोग घायल हुए हैं। घटनास्थल पर मेडिकल टीम पहुंच गई है और घायलों को सहायता मुहैया कराई जा रही है। वरिष्ठ अधिकारी स्टेशन पर राहत और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं।

इस बीच, इस हादसे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। शिवसेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना के विधायक अजय चौधरी ने कहा है कि सरकार बुलेट ट्रेन के सपने देख रही है, जबकि वर्तमान रेल सेवाओं का भी ध्यान नहीं रख पा रही है।