नई दिल्ली। संघ मुख्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे छात्र संगठन आईसा के कार्यकर्ताओं की दिल्ली पुलिस द्वारा की गई पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद इस पर कार्रवाई और आलोचना का दौर शुरू हो गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग दिल्ली पुलिस को प्राइवेट आर्मी की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने घटना पर दिल्ली पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट 72 घंटों के भीतर मांगी है।
छात्र संगठन आईसा के कार्यकर्ता गत 30 जनवरी को हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी का विरोध करने के लिए मार्च निकाल रहे थे, जो दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय की ओर जा रहा था। आरएसएस के दफ्तर के पास पहुंचते ही पुलिस ने इन छात्राओं की पिटाई शुरू कर दी।
वायरल हुए वीडियो में पुलिस का साथ देते कुछ लड़के भी दिखाई पड़ रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने वीडियो के आधार पर स्वयं संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को मंजूरी किस आधिकारी ने दी?
महिला आयोग ने पूछा है कि सिविल कपड़ों में पुरुष कौन हैं जो महिला प्रदर्शनकारियों को मार रहे हैं? महिला पुलिस कर्मियों की सहायता क्यों नहीं ली गई? साथ ही वीडियो में दिखाई दे रहे पुरुष पुलिस कर्मियों के नाम और पद की जानकारी मांगी गई है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस से घटना की विस्तृत स्थिति रिपोर्ट 72 घंटों में मांगी है।