Home India City News नाकाबिल हुई भाजपा तो असहिष्णु हुई कांग्रेस

नाकाबिल हुई भाजपा तो असहिष्णु हुई कांग्रेस

0
नाकाबिल हुई भाजपा तो असहिष्णु हुई कांग्रेस
hot talk between collecter v sarvan kumar and sanyam lodha
congress protest at district hospital sirohi
congress protest at district hospital sirohi

सबगुरु न्यूज-सिरोही। प्रदेश की भाजपा सरकार के नकारेपन ने सोमवार को देश से नकारी जा चुकी कांग्रेस को उग्र बना दिया।

राज्य सरकार की वसुंधरा राजे सरकार और उनकी ओर से जिले में लगाए गए प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी की दो साल से जिले की जा रही अनदेखी के परिणामस्वरूप महिला कांग्रेस के धरने के बाद कांग्रेस नेता संयम लोढा का उग्र रूप देखने को मिला।

इस दौरान लोढा और जिला कलक्टर के बीच विवाद इस हद तक बढा कि जिला कलक्टर वी सरवन को लोढा के उग्र रवैये के बाद लोढा के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करवाने के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को कह दिया इस पर लोढा और भडक गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।

hot talk between collecter v sarvan kumar and sanyam lodha
hot talk between collecter v sarvan kumar and sanyam lodha

संयम ने खोया भाषा का संयम
निस्संदेह राज्य सरकार ने प्रभारी मंत्री की वरदहस्ती में जिले में नकारे अधिकारियों की फौज जमा कर दी है। मालाएं पहनने और नेताओं की चाटूकारिता के सिवाय इन अधिकारियों को जनसमस्याओं से कोई लेनादेना नहीं है।

कलक्टर से विवाद के बाद कांग्रेसियों की पीठ थपथपाते नजर आए एक अधिकारी तो अधिकारों के दुरुपयोग करके लोगों को परेशान करने के लिए कुख्यात हो चुके हैं। इसके बावजूद आला प्रशासनिक अधिकारी इन पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे हैं।

यही कारण था कि जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की नियुक्ति और यहां की व्यवस्था सुधारने के लिए महिला कांग्रेस के धरने के बाद रैली के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे संयम लोढा की अव्यवस्थाओं को लेकर जिला कलक्टर से गर्मागर्म बहस हो गई।

इस बहस के दौरान संयम लोढा ने भाषा का संयम खोते हुए यह तक कह दिया कि यू आर नाॅट ए कलक्टर यू आर ए फूल। इसके बाद नाराज हुए जिला कलक्टर ने लोढा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों को कह दिया। संयम लोढा कांग्रेस के कार्यकाल में ही सिरोही को एडमिनिस्ट्रेटिव डस्टबिन कहकर भी विवाद में आ चुके हैं।

sanyam lodha addressing congressman at district hospital sirohi
sanyam lodha addressing congressman at district hospital sirohi

शोषण को औजार बना जिला चिकित्सालय
जिला चिकित्सालय के जनाना चिकित्सालय परिसर के बाहर ारने के दौरान पूर्व 7लविधायक संयम लोढा ने कहा कि सिरोही का समूचा प्रशासन भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूब गया है।

सिरोही का जिला अस्पताल लोगों के आर्थिक उत्पीडन के लिए औजार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। निजी अस्पतालों से सांठगांठ के चलते मरीजों को अन्यत्र जाने पर विवष किया जाता है। भाजपा को प्रचण्ड बहुमत मिलने के बाद भी लोगों की भलाई का कोई काम नहीं हो रहा है।
लोढा यहां जनाना अस्पताल के बाहर जिला महिला कांग्रेस की ओर से धरना कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत दो साल में जिला अस्पताल में चिकित्सक कम हुए है। इस कारण लोगों में आक्रोष है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए। ऐसा प्रतीत होता है कि सांसद, प्रभारी मंत्री समेत विधायकों जिला प्रमुख की राज्य सरकार में कोई भी नहीं सुनता है। ये सरकारी गाडियों में घूम कर फालतू में जनता के पैसे का डीजल फूंक रहे हैं।
लोढा ने कहा कि हमें तो अपने खून में गायों की सेवा के संस्कार मिले है, लेकिन आरएसएस गायों के नाम पर नौटंकी कर रही है। उन्होंने आरएसएस से सवाल किया कि जिले के 71 में 44 पशु चिकित्सा केन्द्र बन्द पडे है तो गायों का इलाज कैसे होगा? उन्होंने कहा कि गायों के नाम पर चन्दा उगाह कर अपना पेट भरना बन्द करें और प्रशासन का इसमें दुरूपयोग ना करें। उन्होंने आरोप लगाया कि सिरोही की गोशाला चालू करने के नाम पर प्रशासनिक अधिकारी चन्दा वसूल कर रहे है और किसी तरह की कोई रसीद नहीं दी जा रही है।

लोढा ने आरोप लगाया कि सिरोही जिले के अस्पतालों में मेडिकल काउसिंल एक्ट के प्रावधानों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। यह एक अपराध है जिसके लिए एक वर्ष तक की सजा है। सिरोही का जिला प्रशासन पूरी तरह नाकारा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का चेहरा गरीब विरोधी बन चुका है और यही कारण है कि हजारों की संख्या में लोग सडक पर आये है। समय रहते भाजपा सरकार नहीं चेती तो जिले में कानून व्यवस्था की बडी समस्या खडी हो सकती है।
लोढा ने आरोप लगया कि भाजपा के सिर्फ डेढ साल के शासन में चार-चार एस.पी. बदले गये है। पिछले तीनों पुलिस अधीक्षकों ने कत्र्तव्य निष्ठा एवं ईमानदारी से काम किया फिर भी निहित स्वार्थ के चलते उन्हें हटाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपाई शराब तस्करी, अफीम तस्करी, पोस्त डोडा तस्करी, पशु तस्करी, जुए, सट्टे, गोचर व ओरण भूमि पर कब्जे में लिप्त हंै और पुलिस द्वारा गलत मदद न करने की वजह से बार-बार अधिकारियों के तबादले किये गये हंै। जिले में चोरियां बढ रही है, लूट बढ रही है, हत्याएं बढ रही है और बार-बार पुलिस अधीक्षकों को बदलने से पुलिस का मनोबल गिर रहा है।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हेमलता शर्मा ने कहा कि जिला मुख्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डाॅक्टर्स एवं स्टाफ की कमी के कारण आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। जिला अस्पताल में डाॅक्टर्स के 44 में से 30 पद रिक्त है, कम्पाउण्डर्स के 49 पद रिक्त है, नर्सिंग स्टाफ के 60 पद रिक्त है। मानसिक रोग, चर्म रोग, बेहोशी के डाॅक्टर्स नहीं है। वरिष्ठ चिकित्सकों के सभी पद रिक्त है। मेडिकल आॅफिसर्स के सभी पद रिक्त है। लोगों को सोनियोग्राफी, एक्सरे एवं खून की जांच करवाने तक निजी अस्पतालों में जाना पडता है।
प्रदेश कांग्रेस के जिला प्रभारी सोमेन्द्र गुर्जर ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल है। राज्य में शासन नाम की कोई चीज नहीं है। लोगों में असुरक्षा का भाव है। उन्होंने हजारों की तादाद में धरने में भाग लेने पर कांग्रेसजनों व नागरिकोें का आभार प्रकट किया।
आबूरोड यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष हरीश चैधरी ने आबूरोड में नये अस्पताल के निर्माण को लेकर प्रशासन के गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्णया किया जाना चाहिये। आदिवासी क्षेत्र में लोेगों को किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है। सभा में धरने जिलाध्यक्ष गंगाबेन गरासिया, महामंत्री गुमानसिंह देवडा, ब्लाॅक अध्यक्ष राकेष रावल, हनवंतसिंह, मोहन सिरवी, रेवदर विधानसभा कांग्रेस प्रत्याषी लकमाराम कोली, षिवगंज उप प्रधान मोटाराम देवासी, महिला कांग्रेस नेता जुली जैन, हंजा मेघवाल, पूरण कुवंर, अम्बिका पुरोहित, हीना मेघवाल, छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष भावना चारण, ज्योति तोलानी, पार्शद दीपक सैनी, नरगिस कायमखानी, पूर्व जिला प्रमुख अनाराम बोराना, पूर्व प्रधान अणदाराम गरासिया, आबू प्रतिपक्ष नेता नारायणसिंह भाटी, पूर्व पालिका अध्यक्ष अश्विन गर्ग, लालसिंह देवडा आदि ने विचार प्रकट किये।

धरने में प्रदेष कांग्रेस सदस्य हिम्मतभाई सुथार, जिला कांग्रेस सचिव, मुख्तियार खान, हाफिज खान, प्रवीण सिंह चैहान, उपाध्यक्ष सुभाश चैधरी, महामंत्री अब्दुल हमीद कुरैषी, सिरोही नगर परिशद के दल नेता ईष्वरसिंह डाबी, पार्शद गोपी मेघवाल, जितेन्द्र सिंघी, पींकी रावल, सीतादेवी भील, मारूफ हुसैन, नैनाराम माली, षिवगंज प्रतिपक्ष नेता अब्बास अली, नगर कांग्रेस अध्यक्ष वजींगराम घांची, युवा कांग्रेस अध्यक्ष मुजफर बेग मिर्जा, पिण्डवाडा अध्यक्ष अजरूहदीन मैनन, एन.एस.यू.आई. कुषल देवडा समेत हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थे। संचालन जिला महामंत्री अब्दुल हमीद कुरेषी ने किया। इसके बाद प्रभारी मंत्री से विभिन्न समस्याओं का जवाब मांगने की तख्तियां लेकर यह लोग रैली के रूप में कलक्टरी पहुंचे और जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
यह था ज्ञापन में
जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम सौंपे गए ज्ञापन में महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा ने बताया कि पिछले दो वर्षों से सिरोही के जिला अस्पताल में डाक्टर्स की एवं स्टाफ की लगातार कमी होने के कारण मरीजों का यहां पर समुचित इलाज नहीं हो पाता है अतः उन्हें यहां से गुजरात अथवा उदयपुर जाना पड रहा है।

उन्होंने बताया कि सिरोही के जिला अस्पताल में कुल 44 में से 30 डाॅक्टर्स के पद रिक्त है। वरिष्ठ विषेशज्ञों के सभी पद रिक्त है। केयर टेकर्स के सभी पद रिक्त है। मेलनर्स द्वितीय श्रेणी के 60 में से 49 पद रिक्त है। नर्सिंग स्टाफ के 60 पद रिक्त है। वर्ष 2013 में डाॅक्टर्स के जो पद भरे हुए थे वे भी आज खाली है। कमोबेश यही स्थिति जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की भी है। सिरोही के जिला अस्पताल में ट्रोमा सेन्टर भी बना हुआ है, लेकिन डाॅक्टर्स एवं स्टाफ की कमी के कारण अस्पताल में लाखों-करोंडों रुपये में खरीदी गई मशीनरी बेकार पडी है।

नवनिर्मित महिला अस्पताल, धर्मशाला व भोजनालय, आई.सी.यू. वार्ड भी बन्द पडा है। स्टाफ की कमी के कारण सिरोही का अस्पताल जिला अस्पताल से ‘रेफरल अस्पताल’ बन चुका है। सिरोही के आसपास हाई वे पर आये दिन एक्सीडेंट होते है। इस रेफरल अस्पताल से गुजरात अथवा उदयपुर जाते समय बीच रास्ते में ही व्यक्ति की असामयिक मौत हो जाती है। अस्पताल में हर आॅपरेशन के लिए बेहोशी का डाक्टर  जरूरी है, पर वह नहीं है। पैथोलाॅजिस्ट, वरिश्ठ सर्जन, वरिश्ठ फिजीषियन, वरिश्ठ महिला रोग विषेशज्ञ, चर्म रोग के डाॅक्टर्स के पद रिक्त है।

उन्होंने बताया कि मरीजों को एक्स-रे, सोनोग्राफी एवं रक्त तक की जांच भी अस्पताल से बाहर करवानी पडती है। कहने को तो राज्य में निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था है लेकिन डाॅक्टर्स की कमी के कारण जनता को निजी अस्पतालों में इलाज करवाने के नाम पर लूटने के लिए मजबूर होना पड रहा है। सिरोही जिले के षिवगंज, जावाल, कृश्णगंज, अनादरा, रेवदर, पिण्डवाडा, आबूरोड व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से करीब 20 टैक्सियां प्रतिदिन ईलाज के लिए मरीजों को लेकर रोज पालनपुर जाती है। केवल सिरोही षहर से प्रतिदिन 5 से 7 टैक्सियां मरीजों को लेकर प्रतिदिन पालनपुर जाती है। अतः हमारा आप श्रीमान से निवेदन है कि सिरोही जिले के जिला अस्पताल में तथा जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डाॅक्टर्स व स्टाफ के रिक्त पद अविलम्ब भरवाकर आम जनता को राहत प्रदान करावें।

भाजपा ने गिनाई उपलब्धि
कांग्रेस के धरने के बाद भाजपा भी हरकत मे आई। आज तक परिणाम नहीं दे सके प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी की उपलब्धियों का बखान करता एक प्रेसनोट जारी किया।
इसमें भाजपा जिला प्रवक्ता रोहित खत्री ने बताया कि जिले में स्थित विभिन्न चिकित्सालयों में डाॅक्टरों की कमी को ध्यान में रखते हुए प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी की अनुशंसा पर 6अक्टूबर 2015 को 32 डाॅक्टरों की नियुक्ति के आदेश करवायें। सिरोही जिले में काफी वर्षो से डाॅक्टरों की कमी से लोगों को इलाज के लिए गुजरात जाना पड रहा था। ऐसे में प्रभारी मंत्री के प्रयासों से जिले को डाॅक्टर मिले।

सिरोही चिकित्सालय में आॅपरेषन के लिए बेहोशी डाॅक्टर की नियुक्ति हो गई है, लेकिन ट्रेनिंग में जाने के कारण ज्वाईन नही की है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में डाॅक्टरो की कमी होने के कारण सिरोही विधायक ओटाराम देवासी ने विधानसभा में कई बार सिरोही चिकित्सालय के हालात बताये थे।

खत्री ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा किसानों के सिंचाई व जलस्तर बढाने के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 2 माइक्रों सिंचाई परियोजना लागू की गई। यह योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना का एक भाग है। इस योजना के तहत सिरोही जिले को 153 करोड की राषि स्वीकृत हुई है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कभी इतनी बडी राषि स्वीकृति नही हुई। जिले में हो रहे विकास को देख कर कांग्रेसी नेता बौखलाट में बयान बाजी व ओची हरकते कर रहे है। जनता को केन्द्र व प्रदेष सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाओं लाभ मिल रहा।