Home India City News साहसी दुल्हन ने दहेज लोभियों को दिखाया जेल का रास्ता

साहसी दुल्हन ने दहेज लोभियों को दिखाया जेल का रास्ता

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साहसी दुल्हन ने दहेज लोभियों को दिखाया जेल का रास्ता

bride refuses to marry after groom's kin demands car in dowry

कोतमा/अनूपपुर। कोतमा की एक बहादुर दुल्हन ने दहेज लोभियों को जेल का रास्ता दिखला दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार दरवाजे पर बारात लगने के बाद जब दूल्हे ने मण्डप के नीचे अचानक कार की मांग करते हुए बदतमीजी शुरू कर दी। इस पर दुल्हन ने फेरे लेने से साफ इंकार करते हुए पुलिस को सूचना दी।

दहेज के विरूद्घ सख्त कानून बनाए जाने के बावजूद इसके इस पर अंकुश लगने का नाम नहीं ले रहा। 31 जनवरी को कोतमा नगर के वार्ड नं. 3 निवासी विजय गौतम की पुत्री सोनी का विवाह भालूमाडा निवासी ओमकार त्रिपाठी के पुत्र सतीश के साथ विवाह होना तय हुआ था। बारात 31 तारीख को पहुंची तो लडकी पक्ष ने दूल्हे पक्ष के लोगों की खूब आवभगत की।

जयमाला के बाद खाना खाने के बात पर लडके पक्ष वालों ने लडकी पक्ष वालों को गाली गलौज देनी शुरू कर दी यहां तक की लडकी के पिता के साथ मारपीट भी कि साथ ही लडके के पिता ने महंगी गाडी देने की मांग रख दी जिसके कारण विवाद तूल पकड लिया और मामला थाने तक पहुंच गया।

लडकी के पिता विजय गौतम ने थाने मे शिकायत की कि उसकी पुत्री का विवाह दहेज की मांग को लेकर विवाह तोड देने को लेकर विवाद करने लगे और मारपीट की। लडकी के पिता ने थाने में बताया कि उनकी पुत्री का विवाह भालूमाडा निवासी ओमकार प्रसाद त्रिपाठी के पुत्र सतीश त्रिपाठी के साथ तय हुआ था। पुत्र सोनाली गौतम भी सहमति से डेढ माह पहले सगाई की रस्म हुई थी। सगाई में एक लाख रुपए नगद, 1 नग सोने की अंगूठी तथा कपडे व मिठाई इत्यादि समेत लगभग 50 हजार रुपए का समान भी दिया था।

27 जनवरी को अपने रिश्तेदारों और परिचितों साथ भालूमाडा तिलक चढाने गया था सगाई के समय ही तिलक तथा विवाह का दिनांक 30 जनवरी तय हो गया था। मैने सारी अग्रिम तैयारियां कर ली थी। तिलक में लडके पिता ओमकारप्रसाद त्रिपाठी तथा उनके पुत्र आशीष, मनीष, लडकी सतीश ने स्विफ्ट डिजायर गाडी की मांग की थी।

मैने अपने आर्थिक स्थिति बताते हुए मारूति बैलेनो अपनी पुत्री के लिए स्वेच्छा पूर्वक देना स्वीकार किया था और उक्त गाडी अपने पुत्री के नाम पर बैंक से फाइनेन्स कराई थी। तिलक में उक्त गाडी और लगभग 1 लाख का कपडा तिलक का सामान आदि दिया। उक्त गाडी में ही रविवार रात को लडका बारात में आया था।

शादी में डेकोरेशनटेन्स, आरर्केटा और खाने का कुल खर्च 5 लाख से अधिक आया। लोगों ने खाना खाया और वरमाला तक सब कुछ ठीक ठाक रहा। लेकिन जब देर रात दूल्हे और उसके घर के लोग जिसमें कई लोग शराब पिए हुए थे तथा ओमकार का दामाद पवन पाण्डेय आदि लोग मेरे साथ गाली गलौज करने लगे। सब चिल्ला कर बोलने लगे कि हमारी सिर्फ एक गाडी मांग थी वो भी पूरी नहीं कर सका।

मैने समझाने का प्रयास किया कि सब तय हो गया था अब आप लोग क्यों विवाद कर रहे हैं लेकिन वे लोग नहीं माने और चिल्ला कर बोले कि फेरे तभी होंगे जब स्प्टि डिजायर गाडी दोगे और मुझे ओमकारप्रसाद और उसके दामाद ने थप्पड मारा। मैने अपने बडे भाई गोपाल और घर के लोगों को सारी बात बताई। मेरी लडकी को भी जब ये सब पता चला तो उसने फेरे के लिए मना कर दिया।

मेरी बेटी बोली कि पापा मैं ऐसे लोगों के बीच में सुखी नहीं रह पाउगीं आज गाडी की मांग कर रहे हैं कल कुछ और मांगेंगे। तब मैं मजबूरन अपने लडके बडे भाई के साथ रिपोर्ट करने आया हूं। ऐसे दहेज लोभियो के विरूद्घ पुलिस से कार्यवाही करने की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोग और किसी लडकी के साथ ऐसा न कर सके शिकायत दे रहा हूं।

कोतमा पुलिस ने दूल्हे सतीश त्रिपाठी उसके पिता ओमकारप्रसाद त्रिपाठी भाई मनीष त्रिपाठी, आशीश त्रिपाठी, जीजा पवन पाण्डेय के विरूद्घ दहेज प्रतिषेध अधिनियम का मामला कायम कर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कोतमा थाने मे सुबह 4 बजे से दोनों पक्ष डेरा जमाए हुए थे।

बडी मशक्त के बाद सुबह 9 बजे दूल्हे पक्ष के लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला पंजीबद्घ किया। वही नगर में लडकी सोनाली के हौसले की चर्चा नगर में होने लगी।