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राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय का नामीबिया से एमओयू

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राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय का नामीबिया से एमओयू
Central University of Rajasthan inks MoUs with Namibia
Central University of Rajasthan inks MoUs with Namibia
Central University of Rajasthan inks MoUs with Namibia

बांदरसिंदरी। राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय और नामीबिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एण्ड मैनेजमेन्ट (एनआईपीएएम) (नीपम) के मध्य सहभागिता स्थापित करने के लिए शुक्रवार 5 फरवरी 2016 को विश्वविद्यालय परिसर में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव केवीएस कामेश्वर राव व नामीबिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन एण्ड मैनेजमेन्ट (एनआईपीएएम) (नीपम) के कार्यकारी निदेशक एडविन जिरांबा ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार पुजारी व नामीबिया गणराज्य के केबिनेट सेक्रेटरी जॉर्ज सिमाटा की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर नामीबिया के प्रतिनिधि मंडल के सदस्य तुयाकुला हाइपिंजे, ब्राइन एन. चाका, डेनिस शिंडुम व डॉ. विश्वास सक्सेना, सलाहकार, नामीबिया सरकार के अतिरिक्त राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, शिक्षकगण, विद्यार्थी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।

एमओयू के अनुसार दोनों संस्थान अध्ययन हेतु यात्राओं का आदान-प्रदान, अनुकूलित क्षमता निर्माण कार्यक्रम, संयुक्त पाठ्यक्रम व कार्यशालाएं, लोक प्रशासन के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान गतिविधियां व अन्य क्षेत्रों में दोनों संस्थाएं अपनी भागीदारी निभाते हुए वैश्विक आयाम प्राप्त कर सकेंगे।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अरुण कुमार पुजारी ने कहा कि राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय एक विशिष्ठ संस्थान है जिसमें पब्लिक पॉलिसी, लॉ एण्ड गर्वनेन्स, कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग, कल्चर व मीडिया स्टडीज़ व मैनेजमेन्ट जैसे अनूठे पाठ्यक्रम हैं जो निश्चित रूप से इस एमआेयू को मजबूती प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय लोक प्रशासन के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षण को शुरू करने पर विचार कर रहा है और विश्वविद्यालय द्वारा संचालित अनूठे पाठ्यक्रमों का संयोजन भविष्य में डेवलमेंट स्टडीज़ के केन्द्र को स्थापित करने में मदद्गार साबित होगा क्योंकि इस तरह के पाठ्यक्रमों के जरिए शिक्षकों को इस कार्य में सम्मिलित करना आसान होगा।

इस अवसर पर नामीबिया गणराज्य के केबिनेट सेक्रेटरी जॉर्ज सिमाटा ने ‘टैलेंट मैनेजमेन्ट विथ रिस्पेक्ट टू एविएशन इंडस्ट्री नामीबिया‘ विषय पर विशेष व्याख्यान भी दिया। उन्होंने प्रस्तुति के माध्यम से एविएशन इंडस्ट्री व सुरक्षा से संबंधित केस स्टडी को विस्तार पूर्वक प्रस्तुत किया।

उन्होंने बताया कि कैसे उच्च क्षमता वाले प्रतिभा पूल को स्थापित करने से विमानन सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण पदों में मदद हो सकती है। अपनी प्रस्तुति में डॉ. सिमाटा ने प्रतिभा प्रबंधन के महत्व और धाराओं और इससे संबंधित खोज व सामने आई चुनौतियों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने प्रतिभा प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों पर भी बल दिया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार पुजारी ने नामीबिया गणराज्य के केबिनेट सेक्रेटरी जॉर्ज सिमाटा को शॉल ओढ़ाकर सम्मान कर स्मृति चिन्ह भेंट किया व प्रतिनिधि मंडल के अन्य सदस्यों को भी स्मृति चिन्ह भेंट किए।

विशेष व्याख्यान से पूर्व डॉ. विश्वास सक्सेना, सलाहकार, नामीबिया सरकार ने नीपम व समझौता ज्ञापन से संबंधित पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर नामीबिया गणराज्य प्रतिनिधि-मंडल के सभी सदस्यों ने विश्वविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर कदम्ब, कल्पवृक्ष, करंज, हार-श्रृगांर, अशोका, अमलतास और कचनार जैसे पेड़ लगाए।

अन्त में डीन स्कूल ऑफ फिजिक़ल साइंस प्रो. मनीष देव श्रीमाली ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन विश्वविद्यालय की जनसम्पर्क अधिकारी अनुराधा मित्तल ने किया।