Home Sirohi Aburoad परिजनों ने नहीं लिया आदिवासी युवक का शव, मांग रहे अधिक मुआवजा

परिजनों ने नहीं लिया आदिवासी युवक का शव, मांग रहे अधिक मुआवजा

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परिजनों ने नहीं लिया आदिवासी युवक का शव, मांग रहे अधिक मुआवजा
सिरोही के निकटवर्ती ईसरा में शनिवार दोपहर को धरने को संबोधित करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।
सिरोही के निकटवर्ती ईसरा में शनिवार दोपहर को धरने को संबोधित करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।
सिरोही के निकटवर्ती ईसरा में शनिवार दोपहर को धरने को संबोधित करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। ईसरा गांव में गुरुवार को फायरिंग के दौरान गोली लगने से मरे आदिवासी युवक का शव शनिवार दोपहर तक नहीं उठाया गया है। इधर मृतक के परिवारजन 20 लाख रुपए मुआवजा और पत्नी को नौकरी की मांग को लेकर ईसरा बस स्टैंड पर शनिवार को भी धरने पर बैठे रहे।

गरासिया समुदाय के पंचों के साथ कांग्रेस के पूर्व विधायक संयम लोढ़ा और अन्य कांग्रेसी भी बीती रात से धरना स्थल पर मौजूद हैं। धरना स्थल पर दोपहर को जनसभा हुई। इसी मामले में सिरोही के सरजावाव दरवाजे पर शनिवार शाम को धरना दिया जाएगा।

साढ़े सात लाख का मुआवजे की घोषणा भी

एससी एसटी एक्ट के तहत मृतक को सरकार की और से प्रावधान के अनुसार साढ़े सात लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की जा चुकी है। इसमें 5 लाख रूपए तुरंत और 2.50 लाख रुपए बाद में दिए जाऐगे। लेकिन कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा मृतक के परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर निंदा भी और मौका भी

इधर, सोशल मीडिया पर संयम लोढ़ा के इस धरने को लेकर निंदा के स्वर भी उभर रहे हैं। बीजेपी के कई नेताओं ने लाश पर राजनीति को निंदनीय बताया। व्हाट्स एप समूहों पर मौत पर राजनीति करने की बजाय लोढ़ा को जनता की समस्याओं के लिए इस तरह के तेवर दिखाने की नसीहत दी जा रही है।

इस धरने और प्रदर्शन से बीजेपी संगठन के पदाधिकारियों को कुछ नहीं सूझ रहा। वे चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी इस चुप्पी पर असंतुष्ट खेमे को निशाना साधने का मौका मिल गया है। मालूम हो कि जिला चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर, आईसीयू, बर्न वार्ड आदि के उद्घाटन के दूसरे दिन ही ताला लग जाने से बीजेपी के पदाधिकारियों का भी हौसला टूटा नजर आता है।

ईसरा में वांछित अपराधी अरविन्द सिंह की और से पुलिस पर की गई फायरिंग के दौरान दरबरीखेड़ा निवासी खीमाराम गरासिया की मौत ने पार्टी और प्रशासन पर बीजेपी के असंतुष्ट खेमे और कांग्रेस को हावी होने का मौका मुहैया करवा दिया है।

एससी-एसटी एक्ट में कार्रवाई और भी सवाल

इधर कांग्रेस ने इस प्रकरण में एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने को भी गलत बताया है। सिरोही कांग्रेस उपाध्यक्ष जोगाराम मेघवाल ने संयम लोढ़ा की और से राज्य स्तरीय अधिकारी को भेजे गए सन्देश को अग्रेषित किया है। इसमें लोढ़ा ने लिखा है कि इस मामले में जिस तरह एससी एसटी एक्ट में कार्रवाई की गई उससे जिला प्रशासन खुद कठघरे में है।

इसमें बताया गया है कि गोली चलाने वाला और मृतक दोनों एक दूसरे की जाति से अनभिज्ञ थे। ऐसे में एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने से न्यायलय में इस केस का कोई आधार नहीं हो पाएगा और न ही इसे वहां प्रमाणित किया जा सकेगा। लोढ़ा ने राज्य स्तरीय अधिकारी को भेजे गए इस सन्देश में मृतक को मुख्यमंत्री सहायता कोष से फ़िलहाल मुआवजा देने की आवश्यकता जताई है।

सरूपगंज मोर्चरी में रखा है मृतक का शव

मृतक का शव सरूपगंज मोर्चरी में रखा है। परिजन ले नहीं गए हैं। एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करके मृतक को नियमानुसार 7.5 लाख रूपए के मुआवजे की घोषणा विधायक समाराम गरासिया शुक्रवार को ही कर आए थे लेकिन परिजन 20 लाख रुपए मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं।

प्रेरणा शेखावत,एएसपी, सिरोही

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