Home Breaking भदोही में तूफान ने मचाई तबाही, चार लोगों की मौत

भदोही में तूफान ने मचाई तबाही, चार लोगों की मौत

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भदोही में तूफान ने मचाई तबाही, चार लोगों की मौत
four people killed as thunderstorm hits Bhadohi
four people killed as thunderstorm hits Bhadohi
four people killed as thunderstorm hits Bhadohi

भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले में बुधवार की सुबह आए तूफान ने तबाही मचा दी। इस तूफान से संचार और बिजली व्यस्था ठप हो गई। वहीँ पेड़ और पिलर के साथ छप्पर गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। तेज आंधी के थपेडों से काफी पेड़ उखड़ गए तथा टीनशेड, छप्पर, खम्भे धराशायी हो गए। मवेशियों की भी मौत हुई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के ज्ञानपुर कोतवाली के भिखारीपुर गांव निवासी रामानुज पाण्डेय (80) की महुवा की डाल का पेड़ से टूट कर गिरने से मौत हो गई। सूचना पर गांव वालों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला। वह शौच से लौट रहे थे।

दूसरी घटना इसी कोतवाली के सम्हईरजपुतानी गांव में हुई। हरिगेन यादव (45) की मौत हो गई। वह छप्पर में सोए थे। तूफान के दौरान वह गिर पड़ा।

गोपीगंज थाने के सागररायपुर गांव में जटा शंकर बिन्द (52) रात में घर के बाहर सोए थे। आंधी के दौरान बिजली के पोल पर पेड़ गिर पड़ा जिससे उसका एंगल टूट कर बिन्द के सिर में लगा जिससे उसकी मौत हो गई।

सुरियाव थाने के भीखमपुर गांव में पेड़ गिरने से शिव कुमारी (39) पत्नी रामराज बिन्द की मौत हो गई। बाहर सो रहे बच्चों को तूफान के बाद महिला घर में ले जा रही थी उसी दौरान पेड़ गिरने से मौत हो गई।

इसके अलावा गोपीगंज थाना क्षेत्र सरायजगदिश निवासी आलम बाबू पुत्र कल्लू शाह के परिवार के लिए आंधी किसी भयावह से कम नहीं रही। दोपहर बाद जब प्रकृति का कहर शुरू हुआ तो आलम बाबू का पूरा परिवार अपने घर में बैठ आंधी के ख़त्म होने का इन्तजार कर ही रही थी। तभी अचानक सरायजगदीश के पूर्व प्रधान हाजी छेदी शाह के ठीक बगल दाहिने तरफ स्थित स्कूल के आखिरी छत पर खड़ा पिलर भड़भड़ा के आलम बाबू के छत पर गिरा।

पिलर गिरने की आवाज से पूरे परिवार में कोहराम सा माहौल बन गया लोग चिल्लाने लगे भूकंप आया भागो। कोई इधर भाग रहा तो कोई उधर इतने में तो पिलर से आलम बाबू के पूरा छत पूरी तरह छतिग्रस्त हो गया।

छत के ठीक नीचे बैठी सलमा बेगम(34) पत्नी फिरोज शाह जो की आलम बाबू का पुत्र हैं उसके सर पर दीवाल की ईट जा गिरी और वह चिल्लाने लगी। इसी बीच उसके पास खडे दो बेटे तौकीफ़ और मुहर्रम भी चपेट में आ गए।