Home Breaking जाट आंदोलन टला, लेकिन दिल्ली पुलिस चौकस

जाट आंदोलन टला, लेकिन दिल्ली पुलिस चौकस

0
जाट आंदोलन टला, लेकिन दिल्ली पुलिस चौकस
Jat quota agitation, Delhi police issue traffic advisory
Jat quota agitation, Delhi police issue traffic advisory
Jat quota agitation, Delhi police issue traffic advisory

नई दिल्ली। बेशक जाट आंदोलन टल गया हो लेकिन दिल्ली पुलिस की तैयारी वेट एंड वॉच मोड पर है। अचानक पैदा होने वाली परिस्थितियों के मद्देनजर दिल्ली पुलिस के सिक्योरिटी अरेंजमेंट बदस्तूर जारी रहेंगे।

हालांकि जगह जगह रास्तों पर लगे बेरीकेडिंग को हटा लिया जाएगा। पहले से प्रस्तावित जाट आंदोलन रविवार टलने की घोषणा होते ही दिल्ली पुलिस ने राहत की सांस ली है।

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने जाट आंदोलन टलने की सूचना के बाद रविवार रात को प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली पुलिस की आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस पूरे हालात पर नजर बनाए हुए है। सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक नहीं की जा रही है।

लिहाजा आंदोलन की वजह से जो थ्रीटायर सिक्योरिटी (बॉर्डर इलाके, अंदर के इलाके व नई दिल्ली का पूरा इलाका) रखी गई थी। वह अब भी जारी रहेगी। मेट्रो, बस व पब्लिक ट्रांसपोर्ट मूवमेंट जो रोकी गई थी उसे कुछ चुनिंदा जगहों पर छोड़कर बाकी सभी जगह चालू रहेगी। बार्डर पर उसी तरह से सिक्योरिटी इंतजाम रहेंगे जैसे आंदोलन से निपटने के लिए किए गए थे।

ताकि किसी भी तरह के अचानक पैदा हुए हालात को काबू किया जा सके। रविवार दोपहर से ही जाट आंदोलन से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस की तरफ से उठाए गए सुरक्षा इंतजामों का असर दिखने लगा था। बाहरी राज्यों से दिल्ली को आने वाले सभी रास्तों पर सख्त चेकिंग की वजह से जाम की स्थिति बनने लगी थी।

सोमवार के लिए दिल्ली की चारों ओर से किलेबंदी कर दी थी। पैरामिलिट्री फोर्स की तकरीबन 110 कंपनियां व दिल्ली पुलिस के 30 हजार जवानों ने राजधानी के बाहरी और अंदरूनी चप्पे चप्पे पर मोर्चा संभाल लिया था। जाटों को दिल्ली आने से रोकने के लिए सभी तरह के सुरक्षा इंतजाम किए गए। पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इंटेलीजेंस इनपुट है कि

आंदोलनकारियों की शक्ल में अपराधी भी दिल्ली में घुस सकते हैं और जिनकी वजह से राजधानी की शांति भंग हो सकती है। एक हफ्ते पहले ही पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी रेंज के अफसरों की बैठक लेकर हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए थे। लोगों को किसी भी सूरत में दिल्ली में घुसकर आंदोलन न करने दिया जाए।

कानून तोड़ने वालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाए। पांच दिन पहले से दिल्ली की सभी सीमाओं पर बैरिकेड लगाकर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। वाटर कैनन, अग्निशमन की गाड़ियों व आंसू गैस के गोले छोड़ने वाली गाड़ियां खड़ी रहेंगी।