Home Gujarat Ahmedabad काकरापार परमाणु स्टेशन में रिसाव, एक यूनिट बंद

काकरापार परमाणु स्टेशन में रिसाव, एक यूनिट बंद

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काकरापार परमाणु स्टेशन में रिसाव, एक यूनिट बंद
leak at kakrapar atomic power plant, one unit shut
leak at kakrapar atomic power plant, one unit shut
leak at kakrapar atomic power plant, one unit shut

सूरत। काकरापारा परमाणु ऊर्जा स्टेशन के प्रायमरी हीट ट्रांसपोर्ट सिस्टम में शुक्रवार रिसाव होने की खबर से दौड़भाग मच गई। थोड़े समय के लिए इमरजेंसी घोषित की गई।

बाद में प्रशासन ने रेडिएशन लेवल सामान्य (विकिरण स्तर) होने का दावा करते हुए किसी भी खतरे से इनकार किया है। हालांकि सूरत और आसपास के क्षेत्र में खबर लगते ही लोगों में परमाणु विकिरण फैलने की दहशत देखी गई। सोशल मीडिया पर मैसेज चलने लगे।

काकरापार अणु केन्द्र में न्यूक्लियर रिएक्टर की गर्मी को नियंत्रित रखने के लिए उपयोग में लाया जाने वाले प्रायमरी हीट ट्रान्सपोर्ट सिस्टम हेवी वॉटर में शुक्रवार सुबह ९ बजे रिसाव हुआ। इसकी खबर लगते ही स्टेशन में अफरा-तफरी मच गई। दो में से एक यूनिट ऑटोमेटिक बंद हो गया और ऐहतियातन आपात स्थिति की घोषणा कर जांच शुरू की गई। कर्मचारियों को अंदर ही रोक लिया गया था।

रेडियोएक्टिव में लीकेज नहीं

जांच के बाद अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि परमाणु संयत्र में किसी तरह का रेडियोएक्टिव लीकेज नहीं हुआ है। स्टेशन में मौजूद कर्मचारी व अधिकारी सुरक्षित हैं। स्टेशन और आसपास के इलाके में विकिरण स्तर सामान्य ही है। काकरापार के सबसे नजदीक शहर सूरत है, रेडिएशन की खबर से यहां भी चिंता का माहौल बन गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए सूरत कलक्टर ने पत्रकार वार्ता बुलाकर स्थिति स्पष्ट की।

ऑटोमेटिक होता है बंद

प्लांट की डिजाइन के मुताबिक रिसाव होते ही एक नंबर की यूनिट ऑटोमेटिक बंद हो गई। न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) के काकरापार में ऑटोमेटिक पावर स्टेशन 220 मेगावॉट की क्षमता वाले दो यूनिट हैं। दोनों ही हेवी वॉटर रिएक्टर की क्षमता रखते हैं। इनमें से नंबर एक यूनिट में लीकेज हुआ था।

जांच जारी, देर तक चली बैठक

एनपीसीआईएल की टीम ने रेडियोएक्टिव रिसाव की जांच की। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही लीकेज कंट्रोल कर लिया गया था। इसे लेकर मैनेजमेंट की देर शाम तक उच्च स्तरीय बैठक हुई। एनपीसीआईएल के अधिकारियों का कहना है कि हाल रेडियोएक्टिव विकिरण का स्तर सामान्य है, खतरे की कोई बात नहीं है।

घबराने की जरूरत नहीं

प्लांट के अफसरों से बात हुई। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। लीकेज प्राइमरी हीट ट्रांसपोर्ट सिस्टम में हुआ, जिसके बाद इसे कूलिंग दी जा रही है। राज्य सरकार और भाभा रिसर्च सेन्टर को भी लीकेज की जानकारी दी गई है।

डॉ. राजेंद्र कुमार, सूरत कलेक्टर