Home Chandigarh छेडख़ानी मामला : सुखबीर ने स्वीकारा, बस कंपनी उनकी

छेडख़ानी मामला : सुखबीर ने स्वीकारा, बस कंपनी उनकी

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छेडख़ानी मामला : सुखबीर ने स्वीकारा, बस कंपनी उनकी
moga molestation : ownership of bus will not affect probe, says sukhbir singh badal
  • moga molestation : ownership of bus will not affect probe, says sukhbir singh badal
    moga molestation : ownership of bus will not affect probe, says sukhbir singh badal

    चंडीगढ़। पंजाब के मोगा में एक चलती बस से महिला और उसकी बेटी को फेंकने के मामले के दो दिनों बाद आखिरकार राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि बस सेवा का परिचालन उनकी कंपनी द्वारा किया जा रहा है।

    रपटों के मुताबिक पीडि़ता के परिवार ने तबतक उसका अंतिम संस्कार न करने की बात कही है, जब तक कि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती।

    मोगा बस त्रासदी पर दुख और आक्रोश व्यक्त करते हुए सुखबीर ने कहा कि मैं शोक की इस घड़ी में पीडि़त परिवार के साथ हूं। मैं उन्हें भरोसा दिलाना चाहता हूं कि जो लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें कानून के तहत सख्त से सख्त दंड दिया जाएगा।

    उल्लेखनीय है कि मोगा में 13 वर्षीय अर्शदीप के साथ छेड़छाड़ के बाद उसे बस से बाहर फेंक दिया गया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। उसकी मां को भी मनचलों ने छेड़छाड़ का विरोध करने पर तेज रफ्तार बस से बाहर फेंक दिया था।

    पीडि़ता की 36 वर्षीय मां शिंदर कौर एक अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। एक बयान में सुखबीर ने कहा कि मैं इस घटना पर व्यक्तिगत तौर पर दुखी हूं। दुख तो इस बात का भी है कि इस तरह की वारदात बस में हुई।

    बस के स्वामित्व का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस तथ्य से ही हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। यह सोचना भी बकवास है कि कंपनी के मालिकाना हक के कारण इस तरह के वीभत्स और निर्लज्ज कृत्य के लिए कोई सजा नहीं मिलेगी।

    घटना ऑर्बिट एविएशन कंपनी की बस में हुई। इस कंपनी का स्वामित्व सुखबीर बादल और उनकी पत्नी और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल के पास है। विपक्षी दल कांग्रेस ने गुरुवार को मांग की थी कि बस के मालिक सुखबीर सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

    अस्पताल में उपचार करा रहीं शिंदर कौर ने मीडिया को बताया कि उन्होंने बस चालक से छेडख़ानी की शिकायत की थी, लेकिन उसने उनका मजाक उड़ाया और बस की रफ्तार अचानक तेज कर दी। उन्होंने कहा कि बस में किसी ने भी उनकी सहायता नहीं की और आरोप लगाया कि छेडख़ानी करने वालों ने उन्हें बस से धक्का देकर बाहर फेंक दिया।

    14 वर्षीय एक लड़के सहित तीन लोगों का यह परिवार बुधवार को मोगा कस्बे से बाघापुराना कस्बा जाने के लिए बस पर सवार हुआ था। दोनों कस्बों के बीच की दूरी 20 किलोमीटर है। मां और बेटी के साथ बस में कुछ समय बाद ही छेडख़ानी किया जाने लगा।

    मामले को संज्ञान में लेते हुए पंजाब सरकार ने शुक्रवार को एक समिति गठित की है। मुख्य सचिव सर्वेश कौशल के नेतृत्व में बनाई गई यह समिति सार्वजनिक परिवहन साधनों में यात्रियों के बचाव और सुरक्षा के उपाय सुझाएगी।

    सुखबीर ने शुक्रवार को विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह किशोरी की मौत पर राजनीति कर रहा है। ज्ञात हो कि गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री और सुखबीर के पिता ने ऑर्बिट एविएशन कंपनी से किसी भी प्रकार के संबंध की बात को खारिज किया था।