Home India City News देश को दंगे की नहीं, भाईचारे की जरूरत : इन्द्रेश कुमार

देश को दंगे की नहीं, भाईचारे की जरूरत : इन्द्रेश कुमार

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देश को दंगे की नहीं, भाईचारे की जरूरत : इन्द्रेश कुमार

country no need riots, need brotherhood : Indresh Kumar

लखनऊ। मजहब, पंथ, जाति के नाम पर पुरी दुनिया में जंग जैसे हालात हैं। देश को दंगे की नहीं, भाईचारे की जरूरत है।

उक्त बातें मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इन्द्रेश कुमार ने लखनऊ में अवध प्रान्त की ओर से गाँधी सभागार में आयोजित एक ईद मिलन समारोह में मुस्लिम परिवारों को सम्बोेधित करते हुए कही। इस अवसर पर इन्द्रेश कुमार ने बच्चों को टाॅफी देकर ईद की बधाई दी।

उन्होंने कहा कि एक इंसान का कत्ल, इंसानियत का कत्ल है। पैगम्बर से कहा कि मालिक तू ऐसा इंसान दो जिससे सरजमी जन्नत में बदल जाय। मालिक तू ऐसे ही फरिश्ते भेज, जिससे सरजमी पर शान्ति और भाईचारा कायम हो।

उन्होंने कहा कि बंदूके तरक्की नहीं बर्बादी देती है, तालीम नहीं मौत, शान्ति नहीं खौफ देती है। आज समाज को बंदूक की नहीं, शिक्षा की जरूरत है।

इन्द्रेश कुमार ने कहा कि ‘‘तुम्हारा दीन तुम्हे सलामत, हमारा दीन हमें सलामत। अपने-अपने धर्म में विश्वास रखते हुए देश को तरक्की की ओर लेकर आगे बढ़े।

आतंकवाद पर बोलते हुए कहा कि इससे दुनिया में इस्लाम बदनाम हुआ है। अब बंग्लादेश के लोग भी कहने लगे कि आतंकवाद ने मुसलमान का चेहरा दागदार किया है। अब नफरत नहीं, मोहब्बत चाहिए।

उन्होंने एक हिन्दुस्तान, प्यारा हिन्दुस्तान बनाने का संकल्प के साथ मादरे वतन, जय हिन्दुस्तान, भारत माता की जयकारे लगवाये। कहा कि ईद की खुशियों को खुशहाली में बदलना ही धर्म है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि मोहब्बत पैगम्बर ने इंसानियत का पैगाम दिया। अपना पेट भरना सिर्फ काम नहीं, पड़ोसी का ख्याल करना इस्लाम का पैगाम है।

उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्यपाल होने के नाते हर समाज के लिए काम करना मेरा कर्तव्य है और मैं करता रहूँगा।
कार्यक्रम में बंगलादेश के पूर्व राष्ट्रपति जनरल इरशाद की बेटी मोहतरमा ओननाना हुसैन ने लोगों को ईद की बधाई देते हुए कहा कि ‘‘हम जिस वतन में रहे, उस देश से मोहब्बत करें और ईद पर्व ही एक ऐसा त्यौहार है जो हमें खुशियों के साथ मोहब्बत का रास्ता दिखाता है।

कार्यक्रम में सैयद् हसन कौसर साहब, रईस खान, महिरजध्वज सिंह समेत कई लोगांे ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मोहतरमा शबाना आजमी ने किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में मुस्लिम परिवार के सैकड़ो सदस्य शामिल रहे।