Home Rajasthan Jaipur लोढा का सीएम राजे को पत्र, लिखा आज भी शर्मिंदगी होती है

लोढा का सीएम राजे को पत्र, लिखा आज भी शर्मिंदगी होती है

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लोढा का सीएम राजे को पत्र, लिखा आज भी शर्मिंदगी होती है
vasundhara raje and sanyam lodha
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सबगुरु न्यूज-सिरोही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सिरोही आगमन से के मौके पर पूर्व विधायक संमय लोढा ने उन्हें पत्र लिखकर बताया कि जिस तरह सुराज संकल्प यात्रा में गुजरात की बाॅर्डर की सडकें देखकर उन्हें शर्मींदगी होती थी, वैसी शर्मिंदगी इन सडकों को देखकर आज भी हो रही है।
लोढा ने पत्र में लिखा कि वे इस बार आमजनता की आवाज सुनने वाली नेता के रूप में आवे, खास लोगो की मेहमान होकर नहीं। आपका जिला आपकी सरकार अभियान के दौरान साधारण लोग उनसे नही मिल पाये, इसका उन्हे मलाल है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर आमजनता के मन में आशा की किरण जागी है कि वे सुराज संकल्प यात्रा के दौरान उनके ध्यान में आयी समस्याओ को दूर करेंगी। यात्रा के बाद में भी कई समस्याएं जिले का नसीब बन गई है।
लोढा ने मुख्यमंत्री से कहा कि उन्होंने सुराज संकल्प यात्रा में जावाल एवं अन्य सभाओ में कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो सिरोही जिले को नर्मदा नहर का पानी दिया जायेगा। राजे ने कहा था कि उनके २००३-२००८ के कार्यकाल में १०० गांवो को पानी देने का सर्वे हो चुका था लेकिन सत्ता बदलने से काम आगे नहीं हो सका, भाजपा सत्ता में आयी तो इसे क्रियान्वित करेगी।

सिरोही जिले के नागरिको को नर्मदा का पानी देने का यही सही समय है। लोढा ने आशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री पूर्व में किये गये कथित सर्वे के अनुसार सिरोही जिले के १०० गांवो को नर्मदा नहर के पानी से लाभान्वित करेंगी।
-पिण्डवाडा और रेवदर में खुले महाविद्यालय
लोढा ने पत्र में कहा कि शिक्षा को लेकर भी सिरोही जिले के युवाओं से वायदे किये थे। रेवदर व सरूपगंज में आयोजित सुराज संकल्प यात्रा में रेवदर और पिण्डवाडा में राजकीय महाविद्यालय खोलने का वायदा किया था। स्थानीय विधायक गत तीन बजटो से निरन्तर मुख्यमंत्री को इन वायदों की याद दिला रहे होंगे और याद नहीं दिला रहे है तो इस बजट से पूर्व युवाओं के हित में वे रेवदर व पिण्डवाडा में राजकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा का आग्रह कर रहे हैं।
-कहा हजार करोड में सौ रुपया भी खर्च नहीं हुआ
लोढा ने मुख्यमंत्री से कहा कि यात्रा में उन्होंने कहा था कि गुजरात से राजस्थान की ओर आने वाली राजस्थान राज्य की सीमावर्ती सडकें देखकर लोगो को शर्मिंदा होना पडता है। यह शर्मिदगी आपके शासन के चैथे साल में भी बरकरार है। इसे आप अब तक दूर नही कर पायी।

अम्बाजी से आबूरोड आने वाली सडक देखकर आज भी यही शर्मिदगी महसूस होती है। इसका तीन साल में आपने कुछ नही किया जबकि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने इस सडक के लिये बजट २०१३-१४ में राशि जारी की थी, जिसे आपकी सरकार ने निरस्त कर दिया। यही हालात भटाना होते हुए गुजरात जाने वाली और उसी तरह की दूसरी सीमावर्ती सडकों की है। उन्होने आशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री आगामी बजट में उन सडको की सूरत बदलने का कार्य करेगी।

बजट २०१६-१७ में सिरोही जिले के लिये तीन नये प्रोजेक्ट में जो राशि १००० करोड रूपये से अधिक दिखाई गई थी उसमें से वास्तव में अभी तक १०० रुपये भी खर्च नहीं हुआ।
-माउण्ट आबू की समस्या पर दिलवाया ध्यान
लोढा ने मुख्यमंत्री का ध्यान माउण्ट आबू की आधारभूत सुविधाओ की ओर भी आकृष्ट किया। भाजपा शासन में माउण्ट आबू के स्थानीय नागरिको के निर्माण व मरम्मत की समस्याओ को लेकर कोई ठोस प्रयास नही किया गया। माॅनीटरिंग कमेटी की बैठको में भी पारदर्शिता का अभाव नजर आ रहा है।

माउण्ट आबू का आम आदमी अपने हितो के लिए सरकार की ओर देख रहा है। मुख्यमंत्री यह सुनिष्चित करे कि माॅनिटरींग कमेटी की बैठक निष्चित समय पर हो और रसूखदार लोगो की बजाय स्थानीय आदमी लाभान्वित हो।