Home Rajasthan Ajmer श्रीराम का चरित्र भारतीय संस्कृति का आधार है : स्वामी कृष्णानन्द महाराज

श्रीराम का चरित्र भारतीय संस्कृति का आधार है : स्वामी कृष्णानन्द महाराज

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श्रीराम का चरित्र भारतीय संस्कृति का आधार है : स्वामी कृष्णानन्द महाराज
shri ram naam maha mantra parikrama mahotsav at azad park ajmer
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अजमेर। भगवान राम का नाम जीवन में उतारें तो जीवन आदित्य व विलक्षण हो जाता है। भगवान राम का नाम लिखना और परिक्रमा करना अति उत्तम कार्य है इससे जीवन में और परिवार में संस्कार आते हैं।

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इस महामंत्र को अपने भीतर उतारे, अपने जीवन में उतारें। भगवान राम हमारी भारतीय संस्कृति का मूल आधार है। हमारी संस्कृति के प्राण राम के नाम में ऐसा पराक्रम है कि इससे जीवन में आनन्द के पुष्प प्रकट होेते हैं और जीवन सुगन्ध से परिपूर्ण हो जाता है।

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ये उदगार शनिवार को राम नाम परिक्रमा महोत्सव के तहत आयोजित धर्मसभा में कृष्णानन्द महाराज ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महोत्सव के तहत प्रभातफेरी से परिक्रमा, सुन्दरकाण्ड, संत सानिध्य प्रवचन एवं भजन, सांस्कृतिक एवं आध्यातमिक कार्यक्रम का यह अनूठा आयोजन आदित्य एवं अनुकरणनीय है। निसंदेह यह समाज में सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

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कार्यक्रम के सहसंयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि इस महोत्सव के तहत अपराहन में श्रीराम राज्य मण्डल के राजू ओझा एवं साथियों ने संगीतमय सुन्दरकाण्ड का पाठ की प्रस्तुति दी।

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इसके बाद हनुमान धाम के कृष्णानन्द महाराज का पावन सानिध्य एवं सत्संग का लाभ अजमेर की धर्मप्रेमी जनता को मिला। सहसंयोजक कंवल प्रकाश ने बताया कि आज महोत्सव में जगत गुरू श्रीजी महाराज के कृपापात्र शिष्य अशोक तोषनीवाल एवं सर्वेश्वर संकीर्तन मण्डल ने एक श्याम राम लल्ला के नाम भजन संध्या प्रस्तुत की।

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भजन संध्या में अशोक तोषनीवाल मेरो मन राम ही राम रटे रे…, कही खोटा न रह जाए ये मन…, सांवरिया है सेठ म्हारी राधा जी सेठानी है…, म्हारा जूना जोशी राम से मिलन का होसी…, हरि जी तुम बड़े दयालु हो…आदि भजनों की प्रस्तुति देकर उपस्थित भक्त समुदाय को भावविभोर कर दिया।

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कार्यक्रम के दौरान अशोक तोषनीवाल ने बांसुरी वादन से उपस्थित सभी रसिक भक्तों को भक्तिभाव के हिलोरे लेने को मजबूर कर दिया। बांसुरी की धुन की लय सुन भक्तगण भजन गुनगुनाने लगे।

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सहसंयोजक सुभाष काबरा ने बताया कि शनिवार को कार्यक्रम में जन सम्पर्क कार्यलय के निदेशक प्यारे मोहन त्रिपाठी, गौ सेवक महंत सरजूदास महाराज, पण्डित राम निवास दाधीच, भाजपा नेता पूर्णो शंकर दशोरा, पूर्व विधायक हरीश झामनानी, यजमान श्याम सुन्दर सोनी, सतीश बंसल, माणक मल बाड़मेर वाले, कैलाश चन्द्र खण्डेलवाल, राम नाम के साधक, कन्हैया लाल वर्मा, मुरलीधर शर्मा, बजरंग लाल पाराशर, रामलाल गूर्जर, लता व्यास, तारा सिमलोत,नेनाराम, तारामणी अग्रवाल, जानकी मल्होत्रा, हनुमान प्रसाद मिततल, मुन्ना लाल अग्रवाल, चन्द्रकान्ता खण्डेलवाल का अभिनन्दन व स्वागत किया गया।

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रविवार को ये आयोजन

रविवार को रामस्नेही सम्रप्रदाय के राष्टीय संत जगत गुरू 1008 श्रीश्री रामदयाल  महाराज अजमेर की धर्मप्रेमी जनता को आर्शीवाद, आर्शीवचन एवं उद्बोधन हेतु अयोध्या नगरी आजाद पार्क में शाम 5 बजे पधारेंगे।

बच्चों के लिए राम बनो प्रतियोगिता

कार्यक्रम के सयोजक सुनील दत्त जैन ने बताया कि 29 दिसम्बर को भगवान राम का रूप धारण करने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसमें 6 माह से 2 वर्ष, 2 वर्ष से 5 वर्ष एवं 5 वर्ष से 9 वर्ष के बालक-बालिकाएं भगवान के विभिन्न रूपों को धारण कर इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। इसका रजिस्टेशन परिक्रमा स्थल में कार्यालय में किया जा रहा है।