Home Gujarat Ahmedabad जिम इंस्ट्रक्टर ने की सिंडिकेट सदस्य की हत्या, फिल्मी स्टाइल में फरार

जिम इंस्ट्रक्टर ने की सिंडिकेट सदस्य की हत्या, फिल्मी स्टाइल में फरार

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जिम इंस्ट्रक्टर ने की सिंडिकेट सदस्य की हत्या, फिल्मी स्टाइल में फरार
university syndicate member amit sindhi murder in surat
university syndicate member amit sindhi murder in surat
university syndicate member amit sindhi murder in surat

सूरत/नवसारी। एक महिला और एक युवक के बीच कथित समझौते में जुटे भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व मंत्री और वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के सिंडीकेट सदस्य अमित सिंधा की मंगलवार रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।

उसका शव बुधवार सुबह उन गांव के पास नवसारी हाइवे से बरामद किया गया। जिस युवक पर हत्या का आरोप है, उसने महिला की भी जान लेने की कोशिश की, लेकिन फिल्मी स्टाइल में पुलिस के पहुंचने पर वह फरार हो गया।
पुलिस के मुताबिक, फिजियो थैरेपिस्ट और जिम इंस्ट्रक्टर दिव्येश चिखलीगर कुछ समय से भूमिका दिलखुश नाम की एक महिला को परेशान कर रहा था। पुलिस का कहना है कि अलथाण गार्डन के निकट पुरुषोत्तमनगर में रहने वाले अमित सिंधा की हत्या शाहपोर नाणावट निवासी फिजियो थैरेपिस्ट और जिम इंस्ट्रक्टर दिव्येश चिखलीगर ने की।

दिव्येश कुछ समय से अलथाण आशीर्वाद एंक्लेव निवासी महिला भूमिका दिलखुश को परेशान कर रहा था। भूमिका ने उसके खिलाफ खटोदरा थाने में लिखित शिकायत दी थी। इसको लेकर खटोदरा पुलिस ने मंगलवार रात दिव्येश को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। भूमिका भी वहीं थी। पुलिस के मुताबिक, अमित सिंधा दोनों के बीच मध्यस्थता करने थाने पहुंचा।

 थाने के बाद देर रात
जानकारी के मुताबिक, थाने में भूमिका को समझाने के बाद उसने उसे घर छोड़ दिया। रात करीब एक बजे तक दिव्येश और अमित में भूमिका को फिर तंग नहीं करने के संदर्भ में बातचीत हुई। उसके बाद दोनों थाने से अमित की कार में निकल गए।
 तड़के करीब ४ बजे
पुलिस के मुताबिक, खून सने कपड़ों में दिव्येश अमित की कार लेकर आशीर्वाद एंक्लेव में तड़के करीब चार बजे भूमिका के घर पहुंचा। उसने भूमिका को बताया कि उसने अमित की हत्या कर दी है और अब तुम्हारा नम्बर है। भूमिका ने मदद के लिए शोर मचाया तो सोसायटी के लोग एकत्र होने लगे। उसने पुलिस को भी फोन किया। उन्हें देखकर दिव्येश कार में सवार होकर वहां से भागा।

गेट पर तैनात सोसायटी के सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने के लिए दरवाजा बंद कर दिया तो उसने कार दरवाजे से भिड़ा दी और कार से उतरकर फरार हो गया। गेट और पिलर से टकराई अमित की कार में खून देखकर और उसकी हत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस सक्रिय हो गई। इसी बीच नवसारी हाइवे पर उन गांव से कुछ आगे सांई बाबा मंदिर के निकट सड़क किनारे छोटे नाले में किसी राहगीर ने अमित का शव देखा और पुलिस को खबर की।

नवसारी ग्रामीण पुलिस से खबर मिलने पर अमित के चाचा सरसाणा गांव लेकव्यू रेसिडेंसी निवासी इन्द्रसिंह सिंधा वहां पहुंच गए। उन्होंने अमित की शिनाख्त की। अमित के सीने में धारदार हथियार के दो गहरे घाव थे। दाएं हाथ पर एक घाव और शरीर पर अन्य छोटे-बड़े घाव थे। इन्द्रसिंह की प्राथमिकी के आधार पर नवसारी ग्रामीण पुलिस ने दिव्येश के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
कार में मिले रुपए तो नहीं हत्या का कारण!
अमित की कार से पुलिस को डेढ़ लाख रुपए नकद मिले हैं। चर्चा है कि भूमिका के साथ समझौते के रुपए को लेकर दिव्येश और अमित में विवाद हुआ होगा। बताया जाता है कि थाने में दिव्येश ने 5 लाख रुपए की हामी भर दी थी। इससे कयास लगाया जा रहा है कि थाने से निकलने के बाद कार से मिले डेढ़ लाख रुपए ही तो कहीं हत्या का कारण तो नहीं बने? पुलिस जांच का विषय है कि कहीं शेष रुपए को लेकर विवाद होने पर वह अमित को रुपए दिलवाने के बहाने तो नवसारी की तरफ ले गया और रास्ते में उसकी हत्या की।
बाल-बाल बची भूमिका
सूत्रों का कहना है कि अमित की हत्या के बाद दिव्येश भूमिका को भी मारना चाहता था। सुबह चार बजे उसने भूमिका को फोन किया और बताया कि उसने अमित को मार दिया है और अब उससे मिलने आ रहा है। वह कार लेकर आशीर्वाद एंक्लेव पहुंचा। उसने भूमिका को आवाज लगाई, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। इस पर वह पीछे से पाइप के रास्ते स्टोर रूम में पहुंचा। स्टोर का दरवाजा अंदर से बंद था। उसने दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाया। उसी दौरान पुलिस के पहुंचने का शोर सुनकर वह पहली मंजिल से कूदा और कार में सवार होकर वहां से भागने का प्रयास किया।
पुलिस सवालों के घेरे में
अमित सिंधा की हत्या के मामले ने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर ऐसे आरोप लगते हैं कि छेड़छाड़, मारपीट और अन्य छोटे-मोटे विवादों में पीडि़त की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पुलिस समझौते का रवैया अपनाती है और ले-देकर मामलों को रफा-दफा कर देती है।

इस मामले में खटोदरा थाना पुलिस ने ऐसा ही किया। मामला दर्ज कर कार्रवाई के बजाय समझौतावादी रवैया अपनाया। शायद इसी वजह से यह हत्याकांड हुआ। इसके अलावा मौके पर पहुंचने के बावजूद पुलिस दिव्येश को पकडऩे में नाकाम रही। भूमिका से सूचना मिलने पर महिला हेल्पलाइन की मोबाइल वैन 4 बजकर ३५ मिनट पर आशीर्वाद एंक्लेव पहुंची। उस वक्त दिव्येश वहीं था।

पुलिस के पहुंचने के दस मिनट बाद वह कार में वहां से भागा। गेट पर तैनात दो सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए गेट बंद कर उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसने कार बंद गेट से भिड़ा दी और कार से उतरकर भाग निकला। एक सुरक्षाकर्मी डंडा लेकर उसके पीछे भागा, लेकिन तब भी पुलिस वहां हरकत में दिखाई नहीं दी।

जिम में हुई थी दिव्येश से पहचान
बताया जाता है कि पार्ले प्वॉइन्ट पर इंग्लिश स्पीकिंग एंड पसर्नेलिटी डवलपमेंट सेन्टर चलाने वाली भूमिका की दिव्येश से पहचान घोड़दौड़ रोड के एक जिम में हुई थी। भूमिका की 10 साल की पुत्री शारीरिक रूप से नि:शक्त थी। वह उसे फिजियोथैरेपी के लिए जिम ले जाती थी। दिव्येश वहां फिटनेस ट्रेनर के तौर पर काम करता था। दोनों की पहचान दोस्ती में बदली। बाद में विवाद होने पर उसने भूमिका को परेशान करना शुरू कर दिया।
भूमिका का सहपाठी था अमित
सूत्रों का कहना है कि अमित और भूमिका कभी एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। तभी से वह एक-दूसरे को जानते थे। पति के साथ विवाद होने पर उसके तलाक के केस में पेशे से अधिवक्ता अमित उसकी मदद कर रहा था। दिव्येश के साथ विवाद होने पर अमित इसमें भी मध्यस्थता के लिए तैयार हो गया।
पराग से पूछताछ
सूत्रों का कहना है कि सुबह पुलिस ने भूमिका के घर से पराग नाम के युवक को हिरासत में लिया है। वह उस वक्त भूमिका के घर पर मौजूद था। वह कौन है? वहां कैसे पहुंचा ? इस बारे में ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।
दिव्येश की सरगर्मी से खोज 
इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद फरार हुए दिव्येश चिकलीगर की पुलिस ने सरगर्मी से खोज शुरू कर दी है। सुबह ही पुलिस ने दक्षिण गुजरात के सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया था। भरुच, नवसारी, वलसाड़ और तापी जिले में नाकेबंदी भी करवाई गई।