ऑपरेशन सिन्दूर : ट्रावोमिंट ने तुर्की, अजरबैजान की एयरलाइनों के टिकट बेचने बंद किए

नई दिल्ली। भारत की अग्रणी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी ट्रावोमिंट ने पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनातनी के बीच उसको एकतरफा समर्थन देने के तुर्की और अज़रबैजान के रवैये को देखते हुए अपने प्लेटफार्म पर उनकी एयरलाइनों के टिकटों की बुकिंग बंद कर दी है।

ट्रावोमिंट ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि कहा कि उसने शनिवार से तुर्की एयरलाइंस, पेगासस एयरलाइंस, कोरेंडन एयरलाइंस और अज़रबैजान एयरलाइंस (एजेडएएल) के लिए टिकटों की सभी बिक्री निलंबित करने का निर्णय किया है। उसने कहा है कि भविष्य में किसी भी घटनाक्रम के बावजूद उसका निर्णय अपरिवर्तित रहेगा और आगे भी ट्रावोमिंट इन देशों की ट्रैवेल इकाइयों के साथ कोई साझेदारी नहीं करेगा।

उसका कहना है कि यह निर्णय राष्ट्रीय भावना के अनुरूप है तथा ट्रावोमिंट की देशभक्ति और अपने ग्राहकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इसके अतिरिक्त, ट्रावोमिंट ने उन यात्रियों के लिये रद्द करने का शुल्क माफ कर दिया है, जिन्होंने पहले ही इन गंतव्यों के लिये उड़ानें बुक कर ली थीं। उसका कहना है कि आपातकालीन एवं मानवीय यात्रा आवश्यकताओं पर मामला-दर-मामला आधार पर विचार किया जाएगा।

ट्रावोमिंट के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने कहा कि हम एक गौरवान्वित भारतीय ओटीए हैं, और हमारी जिम्मेदारी और कर्तव्य सबसे पहले राष्ट्र और उसके लोगों के प्रति हैं।
सिंह ने कहा कि यह बहिष्कार नहीं है, यह उन लोगों से अलगाव का प्रतीक है जो चुप्पी साधे हुए हैं और अनिश्चितता के इस समय में हमारे साथ खड़े नहीं हैं।

तुर्की के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि 2024 में भारत से 3.30 लाख यात्रियों ने वहां की यात्रा की थी। पिछले 10 साल में भारत से सैर-सपाटे के लिए तुर्की जाने वाले यात्रियों की संख्या करीब दो गुनी हो गई है, जो वहां के पर्यटन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है। इसी तरह अजरबैजान के पर्यटन बोर्ड के हवाले से कहा गया है कि पिछले वर्ष भारत से 2.44 लाख लोगों ने वहां की यात्राएं कीं।

पाकिस्तान में आतंकवादियों और उनके ठिकानों पर भारत ऑपरेशन के दौरान सोशल मीडिया पर भारत के लोगों ने तुर्की और अजरबैजान की सरकारों की ओर से पाकिस्तान को दिए गए एकतरफा समर्थन के लिए उनकी आलोचना की थी। आलोचकों ने इन देशों के पर्यटन उद्योग को भारतीय लोगों से होने वाले लाभ के बावजूद पाकिस्तान को उनके समर्थन पर रोष जताया था।