चेन्नई सुपरकिंग्स को बेपटरी कर रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलूरु प्लेऑफ में पहुंची

बेंगलूरु। सांस रोक देने वाले मुकाबले में रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने गत विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) को 27 रन से हरा कर प्लेऑफ में शान के साथ प्रवेश कर लिया।

चिन्नास्वामी स्टेडियम पर 219 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई एक समय प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के लिये जरुरी 200 रन के लक्ष्य के करीब थी और आखिरी ओवर महेंद्र सिंह धोनी (25) और रविंद्र जडेजा (42 नाबाद) को सिर्फ 17 रन बनाने थे। ऐसे में बेंगलूरु के कप्तान फॉफ डुप्लेसी ने गेंद यश दयाल को थमाई जिसकी पहली गेंद पर धोनी ने जोरदार छक्का लगा कर मैदान में मौजूद बेंगलूरु के प्रशंसकों को क्रास फिंगर करने में मजबूर कर दिया था और ऊपर वाले ने उनकी प्रार्थना सुन ली जब अगली ही गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने के प्रयास में धोनी स्वनिल सिंह को कैच थमा बैठे और मैच का पासा पलट गया।

आखिरी की चार गेंदों में चेन्नई को प्लेऑफ में पहुंचने के लिये 11 रन चाहिए थे मगर उन्होने कमाल की गेंदबाजी कर सिर्फ एक रन ही दिया और अपनी टीम एवं मैदान पर बैठे 33 हजार दर्शकों को खिलखिलाने का मौका दे दिया। यहां दिलचस्प है कि एक समय टूर्नामेंट से लगभग बाहर निकल चुकी आरसीबी ने अपने आखिरी के छह मैच लगातार जीत कर प्लेऑफ में पहुंचने का इतिहास रचा है। टीम को यहां तक पहुंचाने में विराट कोहली और कप्तान डुप्लेसी की भूमिका अहम रही है।

आरसीबी ने पहले खेलते हुए पांच विकेट पर 218 रन बनाए थे जिसके जवाब में सीएसके सात विकेट पर 191 रन ही बना सकी। रचिन रविंद्र (61) ने अपनी टीम के लिए सर्वाधिक योगदान दिया मगर वे दुर्भाग्यशाली तरीके से रन आउट हुए। आंजिक्य रहाणे (22) ने भी अपनी टीम को जीत की दहलीज पर ले जाने का भरसक प्रयास किया। शिवम दुबे (7) का प्रदर्शन आज भी निराशाजनक रहा। वे न सिर्फ रविंद्र को रन आउट कराने के कसूरवार बने बल्कि आठ डाट गेंदे भी खेली।

इससे पहले विराट कोहली (47) और फॉफ डुप्लेसिस (54) की अच्छी शुरुआत के बाद रजत पाटीदार (41) और कैमरुन ग्रीन (38 नाबाद) की तेज तर्राक पारियों की मदद से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने पांच विकेट पर 218 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर लिया।

टूर्नामेंट के प्लेऑफ में पहुंचने की निर्णायक लड़ाई में आरसीबी का लक्ष्य जीत के साथ सीएसके को 200 रन के भीतर रोकना था वरना नेट रन रेट के हिसाब से वह प्लेऑफ में प्रवेश नहीं कर सकती थी वहीं चेन्नई अगर 17 रन से कम रन से हारती तो वह प्लेऑफ में पहुंच जाती थी।

टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी आरसीबी ने सधी शुरुआत की। विराट और डुप्लेसिस ने लगभग आठ रन प्रति ओवर की गति से रन बटोरे। दोनो बल्लेबाज मिचेल सेंटनर का शिकार बने। विराट को सेंटनर ने लांग आन पर डेरिल मिचेल के हाथों कैच कराया वहीं डुप्लेसिस को रन आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। बाद में रजत पाटीदार ने 23 गेंदो में दो चौके और चार छक्के लगाकर रन गति को दिशा दिखाई जिसमें कैमरन ग्रीन ने भरपूर साथ दिया। उन्होने अपनी 17 गेंदों की नाबाद पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाए। दिनेश कार्तिक (14) और ग्लेन मैक्सवेल (16) रन गति बढाने के प्रयास में शार्दुल और तुषार देशपांडे का शिकार बने।