हमास की कैद में बंधक रहे सात इजराइली नागरिकों को छोड़ा गया

यरूशलम। दो साल से अधिक समय तक हमास की कैद में बंधक रहे सात इजराइली नागरिकों को वहां की सेना को सौंप दिया गया है। इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के तहत रिहा होने वाले बंधकों का यह पहला समूह है।

इजराइली सेना ने सोमवार की सुबह बताया कि बंधकों को इजराइली सैन्य बल और शिन बेट एजेंट इजराइली क्षेत्र में वापस लाया जा रहा है। उनके परिवारों से मिलने से पहले इनका चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा।

तेल अवीव के होस्टेज स्क्वायर पर बड़ी स्क्रीन पर सातों बंधकों के नाम प्रदर्शित होते ही वहां जमा भीड़ खुशी से झूम उठी और तालियां बजाते हुए नारे लगाने लगी। लोगों के हाथों में इजरायली झंडा था, जिसपर बंधकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करता हुआ पीला पट्टा बंधा हुआ था। वह नारे लगा रहे थे, इन सभी को घर ले आओ-अभी!

रेड क्रॉस ने इज़राइल के स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया था कि सभी सात बंधकों का स्वास्थ्य ठीक है। शेष 13 बंधकों को सोमवार को रिहा किए जाने की उम्मीद है। रेड क्रॉस की गाड़ियां रामल्लाह के पास ओफ़र जेल पहुंच गए हैं, जहां से लगभग 2,000 फलस्तीनी बंदियों और कैदियों को सोमवार को इस अदला-बदली के तहत रिहा किया जाएगा।

इस बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार सुबह इजराइल पहुंच गए हैं, जहां वह अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान इजराइली संसद को संबोधित करेंगे और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तथा बंधकों के परिवारों से मुलाकात करेंगे।